देहरादून।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था का भी मामला उठाया।
पीठ ने इस विषय को नियम 58 की ग्राह्यता पर सुनने की व्यवस्था दी। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इस दौरान विधायक काजी निजामुद्दीन के रोजगार से संबंधित प्रश्न पर श्रम मंत्री हरक सिंह रावत के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने बेरोजगारी के मसले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सदन में रोजगार से संबंधित जो आंकड़े पेश किए गए हैं, वह गुमराह करने वाले हैं, ओर सरकार ने जो आँकड़े पेश किए, उनमें सरकार का झूठ साफ नजर आ रहा है। इस पर श्रम मंत्री भड़क उठे और बोले कि जी बिगड़ता हो, बिगाड़ लो। इस पर सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
वहीं सत्तारूढ़ दल के विधायक देशराज कर्णवाल ने भी इकबालपुर शुगर मिल के बकाया गन्ना भुगतान के मामले पर प्रश्न लगाया था, जिसमें गन्ना मंत्री ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। विधायक ने इसका उदाहरण भी दिया कि यूपी सरकार ने 4 शुगर मिलो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जबकि यहां सिर्फ लीपापोती हो रही है।
विधानसभा सत्र के दौरान रोजगार पर दिए जवाब में खुद फंसे श्रम मंत्री हरक सिंह, विपक्ष ने किया वॉक आउट, विधायक काजी ने सरकार को घेरा
