रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
कोतवाली रुड़की पुलिस ने महिला की हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की अनसुलझी गुत्थी को सुलझाते हुए हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर नगदी ओर ज्वैलरी भी बरामद की है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने कोतवाली रुड़की में घटनाक्रम का खुलासा करते हुए बताया कि 25 नवंबर को कोतवाली रुड़की क्षेत्रांतर्गत चौकी सोत-बी के सती मोहल्ले के एक घर में 55 वर्षीय अधेड़ महिला का लहूलुहान शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। जिस पर पुलिस के आला अधिकारियों समेत फॉरेंसिक टीम द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई। घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत मृतक महिला के परिजन (पुत्र) दीपक कुमार पुत्र घनश्याम निवासी सती मोहल्ला रुड़की द्वारा कोतवाली रुड़की में धारा 103, 309(6) बीएनएस दर्ज कराया गया था। कप्तान ने बताया कि मृतका का नाम रेखा है, जो कोतवाली रुड़की क्षेत्रांतर्गत सत्ती मोहल्ला रुड़की में रहती थी, जिसके 03 बच्चे हैं, जो अंबाला पंजाब में रहते हैं एवं पति सब्जी की ठिया लगाकर बच्चों का पालन पोषण करता है। साथ ही बताया कि मृतका रेखा ब्याज पर पैसे देने का काम करती थी। आरोपी महिला अपने किसी परिचित के माध्यम से ब्याज पर पैसे लेने के लिए मृतका के घर पर आई थी। वहीं से दोनों की बातचीत शुरू हुई, जो जल्दी ही जान पहचान में बदल गई। मृतका रेखा से ब्याज पर पैसे लेने के दौरान आरोपी महिला रुबीना ने कई दिनों की आपसी बातचीत एवं घर के हालात देखकर भली भांति पता कर लिया था कि मृतका रेखा दिन में अकेले रहती है, बीमार है चलने में दिक्कत है, जिसके पास मोटा पैसा है। घटना वाले दिन भी रुबीना, मृतका से ब्याज पर पैसे लेने का बहाना करते हुए गलत नीयत से घर में आई थी। घटना वाले दिन मृतका रेखा से ब्याज पर पैसे लेने व उसको बातों में उलझा कर मौका देखकर रुबीना द्वारा मृतका रेखा के सर पर पाइप रिंच से लगातार 3–4 तगड़े वार कर महिला रेखा को मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद मृतका के गले में टाइट चुन्नी बांधकर घटना को भ्रमित करने का भी प्रयास किया और घर से ज्वैलरी व नगदी लेकर चुपचाप फरार हो गई।
क्या थी हत्या की वजह
आरोपी महिला रुबीना मच्छी मोहल्ला रुड़की में अपने परिवार के साथ रहती थी, जिसका पति पत्थर टाइल्स का काम करता है। आरोपी महिला रुबीना 06 साल से लोन लेने एवं अन्य लोगों को लोन दिलवाने में बिचौलिये का काम करती थी। रुबीना द्वारा 02 साल से महिलाओं का एक समूह बनाया हुआ था, जिनको आवश्यकतानुसार अपनी जिम्मेदारी पर लोन दिलवाती थी जिसकी एवज में प्रत्येक मदद वाली महिला से 500–500 रुपये कमीशन लेती थी। आरोपी महिला रुबीना द्वारा खुद के लिए 04 बैंकों से लोन भी लिया हुआ था। आरोपी रुबीना ने इकरा नाम की औरत की आईडी से भी 01 लाख का लोन लेकर अपने परिचित सगीरन को दिलाया था, परन्तु कुछ समय बाद सगीरन की मृत्यु होने के कारण उसके लोन की किस्त भी आरोपी महिला को देनी पड़ रही थी। उक्त किस्त व खुद के द्वारा लिए गए अन्य लोन की किस्तों के बोझ तले दबी महिला रुबीना पैसा वापस न कर पाने के कारण व तकादा करने वालों के बार बार घर में आने से परेशान थी।
कैसे पकड़ी गई आरोपी रुबीना
घटना के बाद खुलासा के लिए लगी पुलिस टीमों द्वारा 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे फुटेज खंगाले गए एवं घटनास्थल के आसपास 100 से अधिक लोगों से जानकारी/मालूमात एवं अन्य एकत्रित की गई जानकारियों के आधार पर संदिग्धता के आधार पर आरोपी ‘रुबीना’ पत्नी नोशेर निवासी जाकिर वाली गली मच्छी मोहल्ला को पुलिस चौकी “सोत-बी” बुलाया गया। जहां पुलिस के पूछे गए अकाट्य प्रश्नों का रुबीना के पास कोई जवाब नहीं था, जिसके बाद रुबीना को हिरासत पुलिस लिया गया, तो पुलिस के सामने रुबीना ने सारे राज खोल दिये।
पुलिस टीम ने बरामद किया माल
जिसमें मगलसूत्र-01-पीली धातु, अंगूठी लेडीज-04, कान के झुमके मय चैन 01 जोडी, कान की छोटी बॉलिया 06 जोडी, कान के टॉप्स 02 जोडी, नाक की लोंग 12 नग, अंगूठे 03 नग, चैन 01, पायजेब-02 जोडी- सफेद धातु, बिछुवे 29 जोडी, बच्चों के कडे-01 जोडी के अलावा 10,000 हजार रुपये की नगदी व आलाकत्ल एक अदद पाईप रिंच शामिल है। पुलिस टीम में सीओ रुड़की नरेंद्र पन्त, निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, एसएसआई धर्मेंद्र राठी, सीआईयू इंचार्ज/उप निरीक्षक संजय पुनिया, चौकी इंचार्ज अंशु चौधरी, विपिन कुमार, मंसूर अली, हेड कांस्टेबल मनमोहन सिंह, पुष्कर सिंह, नूर अहमद, प्रवीण, विपिन, बलविंदर, चमन, कॉन्स्टेबल सुरेश तोमर, महिपाल, राहुल, वसीम, चालक मंगत शामिल रहे।