रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एड. महक सिंह सैनी ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थापित उद्योगों में शासनादेश के अनुसार स्थानीय बेरोजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार देना सुनिश्चित किया गया था, लेकिन आज तक भी यह शासनादेश कागजों में ही धूल फांक रहा हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सरकार ने इस पर कड़ा निर्णय नहीं लिया, तो संगठन आगामी दिनों में बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा।
किसान मजदूर संगठन सोसायटी (रजि.) की एक बैठक आज सलेमपुर स्थित जिलाध्यक्ष अरूण सैनी के सलेमपुर स्थित आवास पर आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्म सिंह धीमान व संचालन रानीपुर विधानसभा अध्यक्ष महीपाल सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि जिला हरिद्वार में स्थापित उद्योगों में श्रमिकों के साथ हो रहे अत्याचार एवं अन्याय के खिलाफ संगठन के बैनर तले बड़े स्तर पर लड़ाई लड़ी जायेगी और श्रमिकों को न्याय दिलाया जायेगा। साथ ही कहा कि श्रमिकों की समस्याओं का भी समाधान किया जायेगा।
बैठक में बोलते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता एड. महक सिंह सैनी ने कहा कि उनका संगठन श्रमिकों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष कर रहा हैं। जिला हरिद्वार में स्थापित उद्योगों में स्क्ल्डि श्रमिकों के साथ भेदभाव हो रहा है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा शासनादेश पारित किया गया था कि स्थानीय उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय बेरोजगार युवाओं को दिया जायेगा, परंतु श्रम विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उद्योगपतियों से उपहार स्वीकार कर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर सरकारी संसाधनों का दुरूपयोग करते हुए श्रमिकों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। जिसके कारण उद्योगपति श्रमिकों का उत्पीड़न कर रहे हैं और श्रम विभाग के अधिकारी मौन व्रत रखे हुये है। जनपद के सत्तारुढ़ व राजनीतिक दलों के नेताओं को जब संबंधित मामलों से अवगत कराया जाता हैं, लेकिन वह भी इस मुद्दे पर मौन साध लेते हैं। अधिकारी व राजनीतिक गठजोड़ के चलते उद्योगपतियों के हौंसले बुलंद हैं और यही कारण है कि जनपद हरिद्वार के स्थानीय बेरोजगारों के साथ अन्याय हो रहा हैं। जिलाध्यक्ष अरूण कुमार सैनी ने कहा कि श्रमिकों का उत्पीड़न बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और कलम व कानून की ताकत से शासन व प्रशासन को जगाने का काम करेंगे। यदि आंदोलन करना पड़ा, तो बड़े स्तर पर आंदोलन भी करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि एक निर्णायक लड़ाई लड़ने का समय आ गया है। प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्म सिंह धीमान ने कहा कि सिडकुल में प्रत्येक मजदूर के साथ किसान मजदूर संगठन सोसायटी तन-मन-धन से खड़ा है। रानीपुर विधानसभा अध्यक्ष महीपाल सिंह रावत ने शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को खुलकर चेतावनी दी कि अगर श्रमिकों का उत्पीड़न होगा, तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बैठक में मो. इसरार, वेदपाल सिंह, योगेन्द्र सिंह, योगी योगाचार्य, रामकुमार, विक्रम सिंह सैनी, शाहरुख खान, अमरीश नौटियाल, घनश्याम सिंह, अनुज, संजीव, राजेंद्र, आजाद सिंह, सतेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।