रुड़की। ( बबलू सैनी ) त्यागी समाज वर्तमान परिस्थितियों में राजनीतिक रुप से पिछड़ा हुआ हैं। उक्त विचार व्यक्त करते हुए युवा त्यागी जागृति संघ के संस्थापक व हरिद्वार जूना अखाड़ा के स्वामी हंसानंद सरस्वती ने कहा कि समाज को किसी राजनीतिक दल की विचारधारा को छोड़कर समाज की विचारधारा को अपनाकर समाज में पनप रहे बिखराव को दूर कर समाज को आगे बढ़ाना चाहिए।
रुड़की नगर निगम सभागार में आयोजित भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में युवा त्यागी जागृति संघ के द्वारा प्रथम वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल समेत विभिन्न राज्यों से पहंुचे अतिथियों द्वारा समाज के उत्थान के लिए अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये। वहीं त्यागी युवा जागृति संघ के संस्थापक व जूना अखाड़ा के स्वामी हंसानंद सरस्वती ने कहा कि त्यागी समाज के लोगों को राजनीतिक विचारधारा को छोड़कर समाज की विचारधारा को अपनाना होगा। उन्होंने इसके लिए समाज के युवाओं को एकजुट होने के लिए प्रेरित किया। वहीं अलग-अलग गांव में जाकर विशेष अभियान चलायेंगे और समाज के युवाओं को एकजुट करने का काम करेंगे। कार्यक्रम में अतिथि के रुप में पहंुचे विधायक प्रदीप बत्रा ने भी त्यागी समाज के मान-सम्मान को बढ़ाने काम किया और कहा कि समाज के लिए जो भी कार्य होगा, वह उसे पूरा करेंगे। हिमाचल प्रदेश से भाजपा युवा मोर्चा के प्रभारी विनीत त्यागी ने कहा कि सभी को त्यागी समाज को आगे बढ़ाने पर विचार करना होगा। इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों से एकजुट होने का आहवान किया। दिल्ली से राजनीतिक विश्लेषक शिवम त्यागी ने कहा कि आज समाज को एजकुट होने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को मतभेद भुलाकर अपने समाज के सभी लोगों को जोड़ना होगा, तभी संगठन में मजबूती पैदा हो सकेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जीडी त्यागी व संचालन जे.के त्यागी ने किया। कार्यक्रम में गौरव त्यागी, अनुज मुकुल, आशु, सुबोध, सन्नी, अनुभव, मोहित त्यागी, नरोत्तम त्यागी, सुशील त्यागी, बृजेश त्यागी, डॉ. राकेश त्यागी, आर्यन त्यागी, वैभव त्यागी, दीपक त्यागी, अमर त्यागी, निधिश त्यागी, डॉ. आशुतोष त्यागी, राजीव त्यागी, अमन त्यागी, कुलदीप त्यागी, संजय त्यागी आदि बड़ी संख्या में समाज के युवा व गणमान्य लोग मौजूद रहे।