रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
आज झबरेड़ा रोड स्थित विजुधा ऑर्गेनिक प्रोडक्शन पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर चौधरी कटार सिंह के आह्वान पर किसानों ने अपने मुद्दे रखे। क्लब व संगठन मिल मैनेजमेंट से 24 घंटे में किसान के गन्ने का भुगतान व सप्लाई को लेकर प्रयासरत है।
किसान नेता अर्पित सिंह ने कहा कि इकबालपुर शुगर मिल किसानों का शोषण करना बंद करें और जो भुगतान है, उसे प्राथमिकता के आधार पर देना प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की गई, जिसमें मिल और किसान दोनों की स्थिति को देखते हुए एक अनुबंध मीटिंग हुई थी, जिसमें यह तय किया गया कि इकबालपुर शुगर मिल के चीनी के स्टॉक का नगद भुगतान लुधियाना की एक्सोन कंपनी नगद रूप में खरीदेंगी, जिसका भुगतान एस्क्रो खाते में एडवांस डाला जाएगा और इससे किसान को भुगतान में भी राहत होगी तथा चीनी मिल को भी सुविधा मिलेगी। लेकिन उक्त अनुबंध पर मिल की ओर से अमल नहीं किया जा रहा है। तीन दिन पूर्व करीब ढाई करोड़ रुपये शुगर मिल को दिए गए थे, लेकिन चीनी सिर्फ चालीस लाख की ही मिली। इससे किसान को न तो भुगतान हो पाया, न ही कंपनी को चीनी उपलब्ध हो पाई। जबकि अब इस अनुबंध के डीलर जसपाल सिंह लुधियाना ने कहा कि अब वह बीच में फंस गए है, मिल ने उनके साथ धोखा किया है ओर किसानों की आशा को धूमिल किया है। जब मिल ने पैसे ले लिए, तो अब वह चीनी देने से इंकार क्यों कर रही है। चीनी स्टॉक को लेकर प्रबंधन की क्या नियत है। अब आखिर मिल पर किसान कैसे विश्वास करें, यह सवाल उठने लगा है। कहा कि गन्ना ओर चीनी किसान की अमानत है, जिस पर मिल कब्जा करके बैठी है। इसे लेकर मिल प्रबंधन ने कोई प्रतिक्रिया नही दी।