रुड़की। ( बबलू सैनी ) एक युवक (व्यापारी) ) ने नशे की हालत में हर्ष फायरिंग कर सनसनी मचा दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहंुची, तब तक आरोपी युवक मौके से भागने में सफल हो चुका था। वहीं पुलिस ने उस स्थान से 4 खाली खोखे भी बरामद किये। साथ ही पुलिस आरोपी युवक की तलाश करने में जुटी हैं। उक्त घटना विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी रहे राजा त्यागी के आवास के बाहर की हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रुड़की टॉकिज के नजदीक स्थित एक संकरा गली में एक युवक देर रात्रि 11ः00 बजे के करीब नशे की हालत में आया और उसने अपना पिस्टल निकालकर हवाई फायरिंग शुरू कर दी। यह देखकर आस-पास के लोगों में खलबली मच गई और वह जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़े। स्थानीय लोगों द्वारा घटना की सूचना तत्काल फोन पर सिविल लाईन पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहंुची, लेकिन तब तक हर्ष फायरिंग करने वाला युवक नौ-दो ग्यारह हो चुका था। इससे पहले उक्त लोडिड लाइसेंसी पिस्टल एक नाबालिक बच्चे के हाथ में था , यदि उक्त नाबालिग बच्चे से फायर हो जाती, तो एक बड़ी अनहोनी भी हो सकती थी, पुलिस ने घटना स्थल से 4 खाली खोखे बरामद किये और आस-पास के लोगों से शातिर युवक के बारे में जानकारी ली। बताया गया है कि अपने अच्छे रसूख के चलते इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा हैं। वहीं पुलिस ने भी इस मामले में अपनी ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिसे लेकर गली के लोगों में भारी रोष हैं। स्थानीय लोगों द्वारा इस घटना के बारे में पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया हैं। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक रिपोर्ट दर्ज न करना कहीं न कहीं पुलिस की घटिया कार्यशैली को दर्शाता हैं। यदि फायरिंग के दौरान गोली आस-पास में रहने वाले किसी व्यक्ति या बच्चे को लग जाती, तो निश्चित रुप से उसकी जान जा सकती थी। फिलहाल यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
…अधिकारी नहीं उठाते फोन
सोमवार की रात्रि को एक युवक द्वारा रुड़की टॉकिज के नजदीक हर्ष फायरिंग कर जनता में खलबली मचा दी गई। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी सिविल लाईन कोतवाली पुलिस द्वारा इस मामले को दर्ज नहीं किया गया। यही नहीं मीडिया द्वारा जब सिविल लाईन कोतवाल को फोन कर मामले की जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद सीओ रुड़की से भी फोन कर मामले की जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन वह भी फोन नहीं उठा पाये। इससे पता चलता है कि पुलिस के आलाधिकारी एसएसपी के दिशा-निर्देशों का कितना पालन कर रहे हैं।