रुड़की।  ( आयुष गुप्ता ) सिकरोढ़ा के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत में बताया कि आजादी के बाद से आज तक गांव को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नहीं किया गया। 2022 के पंचायत चुनाव में सिकरोढ़ा में प्रधान पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित किया गया। प्रधान पद के लिए नीलम पत्नि भोपाल के नाम से जो आवेदन किया गया, उसके साक्ष्य संलग्न किये गये। जिनमें जाति प्रमाण पत्र, स्थाई निवास व अन्य प्रमाण-पत्र फर्जी तरीके से तैयार किये गये हैं। जबकि उक्त महिला सिकरोढ़ा गांव की नहीं हैं। ग्राम सिकरोढ़ा के वोटर लिस्ट में दर्ज वार्ड-14 में क्रमांक संख्या-7390 में नीलम का नाम फर्जी तरीके से दर्ज कराकर वोट बनवाया गया। इस वार्ड में कोई भी अनुसूचित जाति का परिवार नहीं हैं। नीलम एवं गांव के कुछ लोगों ने नाजायज पैसा कमाने की नीयत से उक्त महिला का आवेदन जमा कराया। जिसमें अफजाल व राकेश भी शामिल हैं। इन्होंने नीलम के फर्जी दस्तावेज तैयार कराये। ऐसी स्थिति में नीलम के जाति प्रमाण पत्र एवं मायके की जाति की तस्दीक की जांच तथा स्थाई निवास एवं आवेदन पत्र दस्तावेजों की निष्पक्ष जांच कराई जाये। इनका आवेदन पत्र सिकरोढ़ा से निरस्त किया जाना नितांत आवश्यक हैं। ये ही नहीं इनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई भी की जाये। इस संबंध में एसडीएम भगवानपुर को भी अवगत कराया गया हैं।

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