रुड़की।  ( बबलू सैनी ) कांग्रेसी नेता सचिन गुप्ता ने कहा कि मोहर्रम का महीना असत्य पर सत्य और जुल्म व अत्याचार के खिलाफ ऐसी आवाज हैं, जैसी श्रीराम ने रावण के विरूद्ध उठाई थी। आज इमाम हुसैन के बलिदान को पूरे विश्व में इस बात के लिए याद किया जाता हैं कि उन्होंने अपनी और अपने परिवार की कुर्बानी देकर मानवता की रक्षा की थी। सचिन गुप्ता ने इमली रोड़ पर उत्तराखण्ड नागरिक सम्मान समिति की ओर से इंडियन अंजुमन अखाड़े के खलीफाओं, कार्यकर्ताओं, पुलिस प्रशासन व सामाजिक कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में बोलते हुए कहा कि भारत में विभिन्न

संस्कृतियों, र्ध्मों और विचार धाराओं को वसुदेव कुटुम्बकम् व सर्वधर्म सम्भवः की धरणा के तहत सम्मान मिला हैं। इस मौके पर मेयर गौरव गोयल व कोतवाल देवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि यहां के सभी हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी ने सौहार्द की मिशाल पेश की। जो अन्य जगह देखने को नहीं मिलती। चाहे कांवड़ यात्रा हो, होली पर्व हो, गुरू पर्व हो, दीपावली हो, मोहर्रम या ईद का त्यौहार को, सभी मिलकर जुलकर मनाते हैं। इस मौके पर ईश्वर लाल शस्त्री, सचिव अफजल मंगलौरी, समाजसेवी सचिन गुप्ता, पार्षद मोहसीन अल्वी, सलमान फरीदी, मो. अकरम, कोतवाल एश्वर्य पाल, टीआई अखिलेश सिंह, अरविंद कश्यप, संजीव ग्रोवर, रश्मि चौधरी, मो. राशिद, मो. मुबस्सिर, इमरान देशभक्त, सैयद नफीसुल हसन आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। दोपहर के समय सिया समुदाय का जुलूस अलम और ताजिये के साथ निकाला और कलाम भी पढ़े गये। यह विभिन्न मौहल्लों से होकर गुजरी। वहीं जुलूस समापन पर सिया मौलाना सैयद गजनफर अली ने कहा कि इमाम हुसैन ने 1400 साल पहले बलिदान दिया था। उन्होंने सभी मुसलमानों से आहवान किया कि अपने बच्चों को नशाखोरी व सामाजिक बुराईयों से रोकने का प्रण लें और उनमें सद्भावना और स्वदेश की रक्षा करने के लिए जागरूक करें। इस मौक पर अपर तसलीदार रेखा आर्य, सीओ रुड़की विेवक कुमार, कोतवाल एश्वर्य पाल, देवेन्द्र सिंह चौहान समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे। जुलूस में दस अखाड़ों के खलीफाओं ने पकड़ी बांधकर उन्हें सम्मानित किया।

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