रुड़की। आज मूलेवाला गांव मंे झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल एवं उनकी धर्मपत्नि वैजयंती माला कर्णवाल का गुर्जर समाज के सैकड़ों लोगों ने पगड़ी पहनाकर व तलवार भेंट कर तथा फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इसे लेकर मूलेवाला के प्रधान बबलू चौधरी के आवास पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता चौ. ऋषिपाल व संचालन मंडल अध्यक्ष सुबोध शर्मा ने किया।
सनद रहे कि उत्तराखण्ड विधानसभा में गुर्जर राजा विजय सिंह, उनके सेनापति कल्याण सिंह की वीरता के विषय को उठाने के लिए कुछ दिन पूर्व मूलेवाला गांव में राजा मिहिर भोज के बोर्ड के पास भी विधायक का स्वागत किया गया था। जिसे कुछ लोगों द्वारा यह कहकर बोर्ड का शुद्धिकरण किया गया कि बोर्ड का उद्घाटन विधायक ने किया हैं। जब यह खबर गांव वालों को लगी, तो उन्होंने आज मूलेवाला गांव में स्वागत समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर बोलते हुए विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि राजा विजय सिंह और उनके सेनापति कल्याण सिंह कुंजा बहादरपुर के ही नहीं बल्कि देश के गौरव थे। उनके इतिहास को छिपाया गया, वह देश की आजादी के पहले वीर नायक थे। उन्होंने 1822 में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति का बिगुल फूंका था, इससे अंग्रेज घबरा उठे और देश की पहली क्रांति यहीं से शुरू हुई। यही नहीं 152 लोगों को वटवृक्ष सुनहरा में फांसी पर लटका दिया था। विधायक को जब जानकारी मिली, तो उन्होंने इस विषय को संकल्प के माध्यम से विधानसभा में उठाकर सरकार से पास कराया। अब यह मामला केंद्र सरकार के पाले में हैं। वहां से जल्द ही पारित होकर इतिहास में दर्ज होगा। इस मौक पर बोलते हुए समाजसेवी रोहताश आर्य ने झबरेड़ा विधायक कर्णवाल की मुक्तकंठ से प्रश्ंासा की और कहा कि जो लड़ाई राजा विजय सिंह की उन्होंने विधानसभा मंे लड़ी, उससे पूरा गुर्जर समाज ही नहीं देश के लोग भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान विधायक को भरोसा दिया कि अगर वह विधानसभा चुनाव लड़ते हैं, तो पूरा गुर्जर समाज उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा। यह उनका हक हैं। इस दौरान गुर्जर समाज के तमाम लोगों ने हाथ उठाकर कर्णवाल का समर्थन किया। रोहताश आर्य ने कहा कि गुर्जर समाज के विधायक राजा विजय सिंह को वह दर्जा नहीं दिलाय पाये, जबकि विधायक देशराज कर्णवाल ने साबित करके दिखाया। इस मौके पर कर्णवाल जिंदाबाद, वैजयंती माला कर्णवाल जिंदाबाद, भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाये गये। इस मौक पर रणबीर चौधरी, विश्वास चौधरी, डॉ. सुरेश चौधरी, वेदपाल, रकम सिंह माजरी, यशपाल सिंह, राजकुमार प्रधान, प्रदीप चौधरी, अजब सिंह, सचिन चौधरी, डॉ. नेत्रपाल, दीपक चौधरी, योगेश चौधरी, चौ. धारा सिंह, नवीन मास्टर, मांगेराम, नीरज त्यागी समेत बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के साथ ही अन्य समाज के लोग भी मौजूद रहे।