रुड़की। आज झबरेड़ा मंे डॉ. जोध सिंह के आवास पर गुर्जर समाज के गणमान्य लोगों ने सम्मान समारोह आयोजित कर भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल का फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर बोलते हुए पूर्व राज्यमंत्री डॉ. गौरव चौधरी ने बताया कि कुंजा बहादरपुर की आजादी की पहली लड़ाई इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं, लेकिन उसे गुर्जर विद्रोह के नाम से जाना जाता हैं और इस आवाज को विधानसभा में विधायक देशराज ने उठाकर गुर्जर समाज का सम्मान बढ़ाया।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी की पहली लड़ाई कुंजा बहादरपुर से लड़ी गई, यह संकल्प विधानसभा में पारित कराकर झबरेड़ा विधायक ने गुर्जरों के इतिहास को आगे बढ़ाने का काम किया तथा इसी प्रकार विमुक्ति जाति का नियम 300 व नियम 54 में लाने का काम किया। इस मौके पर झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने गुर्जर समाज का आभार व्यक्त किया और कहा कि जो मेरा यहां स्वागत किया गया, वास्तव में यह सच्ची श्रद्धांजलि राजा विजय सिंह, उनके सेनापति कल्याण सिंह व उन 152 सैनिकों को हैं, जिन्होंने इस शहादत से इस देश को आजाद कराने में सर्वस्त्र न्यौछावर किया। पूरा संसार और भारत मां के लाल इनके हमेशा ऋणी रहेंगे। यह इस बात का द्योतक है कि गुर्जर समाज ने इतिहास मंे अपना नाम दर्ज कराया हैं, वह उसका हकदार हैं। साथ ही उन्होनंे कहा कि गुर्जर समाज के भी विधायक रहे होंगे, लेकिन इसका श्रेय मुझे मिलना था। मेरा संकल्प है कि यहां से पास कराकर अब इसे केंद्र सरकार में भेजा जायेगा और वह इस पर विचार करेगी। मुझे भरोसा हैं मोदी सरकार व उनकी कैबिनेट पर। जिस पर मुहर लगाकर राजा सिंह विजय, सेनापति कल्याण सिंह और 152 सैनिकों की शहादत को इतिहास में दर्ज कराकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देगी। इससे पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल का मूलेवाला गांव में गुर्जर समाज के अनेक गणमान्य लोगों ने फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मंडी समिति के उप-सभापति डॉ. सुरेश चौधरी ने कहा कि विधायक कर्णवाल द्वारा उठाई गई आवाज बेहद प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि आजादी की पहली लड़ाई मंगल पांडे ने मेरठ से नहीं बल्कि 1822 में राजा विजय सिंह ने कुंजा बहादरपुर से शुरू की थी। इस मौके पर वैजयंती माला कर्णवाल, राजबीर चौधरी, रणबीर चौधरी, मास्टर इसम सिंह चौहान, बबलू प्रधान, बिरम सिंह, राजीव चौधरी, नरेश चौधरी, गुलाब सिंह, शेर सिंह, विश्वास चौधरी, ऋषिपाल, जितेन्द्र कुमार, डॉ. इंतसार गौड़ समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।