रुड़की। (मुकेश कुमार )
एसडी कन्या कॉलेज हिंदी दिवस का कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस मौके पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अर्चना मिश्रा व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम संयोजिका डॉ. सीमा रॉय ने कहा कि प्रगतिवादी कवि नागार्जुन की कविताएं हिंदी साहित्य की विकास यात्रा में मील का पत्थर है। सह-संयोजिका डॉ. अंजू शर्मा ने वर्तमान में हिंदी की उपयोगिता, महत्व तथा उसके उज्जवल भविष्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से आज तक हिंदी ने देश को एक सूत्र में बांधा है। हिंदी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। हम सबको हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा समाज को समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में हिंदी साहित्यकारों की भूमिका पर दिशा भित्ति प्रतियोगिता का भी अवलोकन किया गया। साथ ही महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रगतिवादी कवि नागार्जुन की कविताओं का पाठ भी किया गया, जिसके शीर्षक “हम वतन के साथ हैं” पर ऑनलाइन अनुच्छेद लेखन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के परिणाम भी घोषित किए गए। ज्ञात रहे कि बालिका शिक्षा हेतु एसडी कन्या कॉलेज सदैव अग्रणी रहा है। महाविद्यालय की छात्रा कल्याण समिति के प्रयासों द्वारा स्वयं सिद्ध कल्याण कोष की स्थापना 2019 में की गई थी, इसे महाविद्यालय की प्रवक्ता वर्ग के आर्थिक सहयोग से ही संचालित किया जाता है। आज महा विद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष सौरभ भूषण द्वारा महाविद्यालय की 10 छात्राओं को स्वयं सिद्ध कल्याण कोष छात्रवृत्ति प्रदान की गई, जिससे आर्थिक अभाव किसी भी रूप में उनकी शिक्षा में बाधा न बन सके। वहीं महाविद्यालय के निर्धन छात्रा कल्याण कोष के अंतर्गत भी आज 19 छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इसके साथ ही हिंदी दिवस पर कोविड़ काल में अपनी सेवाएं देने वाले पत्रकारों के कार्यों की भी विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा मुक्तकंठ से प्रशंसा की गई। इस मौके पर डॉ. अनुपमा गर्ग, डॉ. अलका आर्य, डॉ. आरती शर्मा, डॉक्टर कामना जैन, डॉक्टर किरण बाला, डॉक्टर अर्चना चौहान, डर. पारुल चड्ढा, डॉ. अंजू शर्मा, अंजलि प्रसाद आदि शिक्षिकाएं मौजूद रहे।