रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला हरिद्वार ईकाई द्वारा रघुनाथ मंदिर गुघाल मार्ग ज्वालापुर में उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला मंदिर परिसर में वृक्षारोपण कर हर्षोल्लास से मनाया गया। पर्यावरण को समर्पित एवं उत्तराखंड संस्कृति का प्रतीक हरेला पर्व प्रकृति वंदन का श्रेष्ठ माध्यम है और वर्तमान समय की प्रासंगिकता भी। जिलाध्यक्ष सचिन प्रधान ने कहा कि प्रकृति हमारी माता का स्वरूप होती है, वह सदैव निश्छल भाव से हमारा पालन-पोषण करती है। हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम सभी वृक्षारोपण करके स्वयं की जिम्मेदारी का निर्वाहन करें। विजय ने कहा कि पेड भले ही एक लगाएं परन्तु उसका संरक्षण जरूरी है। साथ ही गुरु पूर्णिमा का उत्सव भी श्रद्धा भाव से मनाया गया। कार्यक्रम का विधिवत प्रारंभ डॉ. ऋतुध्वज सिंह राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं जिलाध्यक्ष सचिन प्रधान ने द्वीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री विजय त्यागी ने किया। डॉ. ऋतुध्वज ने गुरू की महिमा एवं गुरु पूर्णिमा पर्व की महत्ता से अवगत कराते हुए कहा कि गुरु का स्थान हमारे जीवन में ईश्वर से भी ऊंचा होता है। क्योंकि ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग हमें गुरू के माध्यम से ही प्राप्त होता है। सभी आगंतुक बंधुओं एवं भगिनी के द्वारा ध्वजपूजन करने के पश्चात प्रार्थना करके ध्वजावतरण किया गया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर अभिनंदन, मनोज, अरविंद कुशवाहा, अश्विनी चौहान, उमा सिंघल, अंशिका, बबीता, शीतल एवं सरिता सिंह आदि मौजूद रहे।