रुड़की। ( बबलू सैनी ) ‘एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा’ ईश्वरीय मंत्र के ऋषि सत्पुरुष बाबा फुलसंदे वालों ने आज रामनगर स्थित बारात घर में तीन दिवसीय सत्संग के पहले दिन कहा कि छोटी-छोटी बातों से जो लोग आहत हो जाते हैं। जीवन के उच्च शिखर तक वह कभी नहीं पहुंच पाते। संघर्षों से गुजरे बिना कोई इंसान, इंसान नहीं बन सकता। हथौड़े की चोट खाए बिना पत्थर भगवान नहीं बनता। असीम धीरज चाहिए, अगर ब्रह्म शिखर तक जाना है। बार-बार मिटेगी हस्ती, लेकिन बार-बार इसे बनाना है। कौन तारों को चमकाता, कौन गुनगुनाता है। अमृत पुरुष की और यह मन उड़ता चला जाता है। जितना कड़वा हजम कर सकते हो, बीमारियां उतनी ही दूर हो जाएगी। विष बह जाएगा सारा, अमृत की लहरें भी आएंगी। फुलसंदे वाले बाबा कहते हैं कि धीरज मन में धारों, आत्म तत्व में ध्यान धरो। आदि पुरुष को पुकारो। अंत में उन्होंने कहा कि मेरे राष्ट्र का प्रत्येक नागरिक आत्मा से तपस्वी और शरीर से एक मजबूत सैनिक बने, जो अपने धर्म की अपने राष्ट्र की सेवा और रक्षा कर सकें। समारोह में उपस्थित श्रद्धालुओं ने सत्पुरुष बाबा फूलसंदे वालों का पुष्पवर्षा, माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया। यह सत्संग रामनगर स्थित बारात घर में दोपहर 1ः00 से 3ः00 तक 3 दिन चलेगा। आज के कार्यक्रम का संचालन ब्रजमोहन सैनी ने किया। कार्यक्रम में पूर्व राज्यमंत्री शोभाराम प्रजापति, श्यामवीर सैनी, महेंद्र काला, प्रदीप त्यागी, भीमसेन मेहंदीरत्ता, पार्षद पंकज सतीजा, दिलीप मेहंदीरत्ता, अरविंद गौतम, रमेश भटेजा, अशोक आर्य आदि श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया।