रुड़की। ( बबलू सैनी ) राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के चीफ नेशनल कन्वीनर व पूर्व जज डॉ. आनंद वर्द्धन के गाजियाबाद स्थित आवास पर कमेटी की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें उत्तराखण्ड से डिप्टी कन्वीनर मो. आदिल फरीदी, भाकियू (अ) के प्रदेश अध्यक्ष चौ. सुभाष नंबदार, चौ. मगन सिंह, डॉ. चंदन शर्मा, ब्रह्मानंद चौधरी भी शिरकत करने पहंुचे। इस मौके पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिन वरिष्ठ नागरिकों के पास घर या आश्रय नहीं हैं या जिनके परिवार/ रिश्तेदार/संगे संबंधी इन बुजुर्गों की देखभाल नहीं कर सकते, उनकी जिम्मेदारी बलौली समता आश्रम व कमेटी उठायेगी। जिसका कमेटी के सभी सदस्यों, पदाधिकारियों ने समर्थन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि इससे बड़ा पुण्य का कार्य दुनिया में कोई नहीं हैं। वास्तव में डॉ. आनंद वर्द्धन एक निहायत ईमानदार, अच्छी छवि के रिटायर्ड जज हैं। वह लंबे समय से गरीबों के हक-हकूक की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। बाद में सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली, उत्तराखण्ड यूपी, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ आदि स्थानों से हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण शामिल रहे। बाद में भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सभी लोगों ने प्रसाद चखा। यह कार्यक्रम विशेषकर सर्वसमाज की एकता को दर्शाता हैं। तत्पश्चात् मुस्लिम भाईयों के लिए रोजा इफ्तारी का आयोजन किया गया, जिसकी मुस्लिम समाज के साथ ही हिंदू समाज के लोगों ने भी डॉ. आनंद वर्द्धन के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और कहा कि वास्तव में वह हिन्दू-मुस्लिम एकता कोे लेकर सराहनीय कदम उठा रहे हैं।