रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
आज विधानसभा सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक उमेश कुमार द्वारा हरिद्वार जिले में बारिश के बाद आई आपदा में समय और राहत न दिलाये जाने को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया गया। विधायक उमेश कुमार ने हाथों में मांग के 3 पोस्टर लेकर अपनी मांगों का प्रदर्शन किया। उमेश कुमार की मांग है कि पूरे जिला हरिद्वार में 70% खेती बर्बाद हो चुकी है। सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है, बारिश के बाद आई आपदा से लोग पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं। पूरे जिले को आपदा ग्रस्त घोषित किया जाए और उचित राहत राशि उपलब्ध कराई जाए। ये ही नहीं विधायक उमेश कुमार द्वारा सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का इस्तीफा भी मांगा गया। विधायक उमेश कुमार ने निशाना साधते हुए कहा कि हरिद्वार जिले में आई आपदा का मंत्री द्वारा सिर्फ हवा-हवाई दौरा किया गया और अभी तक किसानो और बाढ़ पीड़ितों को कोई बड़ी राहत नहीं पहुंचाई गई है। जो उनकी एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आज विधानसभा सत्र का पहला दिन था और विधायक उमेश कुमार पहले ही दिन विधानसभा में खूब गरजे। उमेश कुमार ने सरकार को आड़े हाथों लिया ओर हरिद्वार जिले में भयंकर बारिश के बाद आयी आपदा से तबाह हुए लोगों को समय पर राहत या मुआवजा न मिलना सरकारी तंत्र की लापरवाही की पोल खोलता है। आपदा से फसले चौपट व बर्बाद हो गई लेकिन सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। यहां उनके मंत्री और अधिकारी सिर्फ हवाई दौरा करते नजर आए। जबकि लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य नहीं किया गया है। उमेश कुमार ने मांग की कि किसानों को राहत पैकेज उपलब्ध कराया जाए, उनके बिजली के बिल, ट्यूबवेल के बिल और अन्य ऋण को माफ करने का काम सरकार करें और बड़ी राहत राशि उन्हें प्रदान की जाए। वहीं उमेश कुमार द्वारा सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज पर जमकर निशाना साधा गया और महाराज से इस्तीफा की सदन के अंदर मांग की। इसके उलट उमेश कुमार विधानसभा के अन्दर सीढ़ियों पर हाथों में पोस्टर लेकर अपना विरोध प्रदर्शन करते नजर आये।