रुड़की।  ( बबलू सैनी ) श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर सिविल लाइन रुड़की में भागवत कथा के पंचम दिवस आचार्य रमेश सेमवाल ने कहा कि भगवान का अवतार संसार की रक्षा के लिए होता है, जो संसार में अत्याचार फैलता है और अधर्म होता है, तब भगवान अवतार लेकर राक्षसों का अंत करते हैं। भगवान श्री कृष्ण ने अवतार लेकर कंस के अत्याचारों से संसार को मुक्त किया और श्रीराम ने अवतार लेकर रावण का वध किया और संसार में धर्म की स्थापना करते हैं। आज कथा व्यास ने गो का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण भगवान गाय चराने नंगे पांव जाते थे और गाय का दूध पीकर हष्ट पुष्ट रहते थे। भगवान श्री कृष्ण का संदेश स्पष्ट है कि गौ सेवा करो, गो के दूध पीने से शक्ति प्राप्त होती है, गोमूत्र पीने से रोगों का नाश होता है, गौ घृत से शरीर बलशाली बनता है, इसलिए भगवान श्री कृष्ण का स्पष्ट संदेश है कि हमें गौ सेवा करनी चाहिए। गौमाता ऑक्सीजन प्रदान करती है, प्राण वायु ऊर्जा देती है और सब को मीठा दूध पिलाती है। इसलिए हमें निरंतर गाय माता की सेवा करनी चाहिए। आज आचार्य ने गोवर्द्धन लीला का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि हमें पेड़ पौधों, पर्वतों की पूजा करनी चाहिए, ना कि इंद्र की पूजा करनी चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा ब्रज में बंद करवा दी और गाय माता की पर्वतों की पेड़ों की पूजा प्रारंभ करा दी। जिससे इंद्र नाराज हो गया और भयंकर बारिश प्रारंभ कर दी। भगवान ने गोवर्द्धन पर्वत को 7 दिन तक अपनी एक उंगली से उठाकर रखा इंद्र को माफी मांगने पड़ी। क्योंकि इंद्र अहंकारी था। भगवान कहते हैं कि अहंकार मुझे पसंद नहीं है। भगवान को भक्ति प्रश्न करती है। सहजता, सरलता, शुद्धता, पवित्रता करुणा से ही भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं। कथा 13 जुलाई तक चलेगी। आज कथा में सिद्धार्थ गोयल, विकास शर्मा, सुलक्ष्णा सेमवाल, प्रीति मित्तल, आदिति सेमवाल, चित्रा गोयल, राधा भटनागर, नरेश शास्त्री, मुकेश शास्त्री, संजीव शास्त्री आदि मौजूद रहे।

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