रुड़की। ( बबलू सैनी ) आज पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल द्वारा लोक निर्माण विभाग कार्यालय पर अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड रुड़की एवं सहायक अभियन्ता विजय मोघा, ठेकेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेन्द्र चौधरी एवं अन्यों के साथ समीक्षा बैठक की गयी, जिसमें विधानसभा क्षेत्र झबरेड़ा के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य योजना व अन्य योजनाओं से हो रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान घोर आपत्ति जाहिर की गई, जिसमें मुख्य रुप से कार्यो की गुणवत्ता, समय से कार्य पूरा न करने, मुख्यमंत्री घोषणा व राज्य योजना के मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणा के बोर्डो को न लगाये जाने पर घोर आपत्ति जाहिर की गई, जिसमें सहायक अभियन्ता को स्वंय अनुश्रवण करने के निर्देश दिये गये। इन कार्यों में मुख्यमंत्री घोषणा सं0-123/2019 के अन्तर्गत जनपद हरिद्वार में रुड़की-लाठरदेवा से झबरेड़ा तक मोटर मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य, रा0यो0 2018-19 के अन्तर्गत ग्राम उदलहेड़ी से कुमराड़ा, कुमराड़ी होते हुए बस्वाखेड़ी तक सड़क का निर्माण कार्य, रा0यो0 वर्ष 2021-22 के अन्तर्गत झबरेड़ा में देवपुरा रोड़ से हीराहेड़ी गोदाम होते हुए डेलना तक सी0सी0 इण्टरलोकिंग टाईल्स द्वारा सड़क मार्ग निर्माण का कार्य समेत 15 कार्य शामिल हैं। समीक्षा के अन्त में अधिशासी अभियन्ता लोनिवि रुड़की द्वारा निर्णय लिया गया कि डेलना से साबतवाली मार्ग के अनुबंध का जिसके अन्तर्गत अद्योमानक कार्य संबंधित ठेकेदार द्वारा किया गया था, उसके अनुबंध का नियमानुसार अन्तिमीकरण करके ठेकेदार पर वसूली 9,73,907.00 की निर्धारित की गयी है तथा इस कार्य को पुनः अन्य अनुबंध गठित कर सम्पादित कराया जा रहा है और कल से स्थलीय निरीक्षण करके जिन ठेकेदारों द्वारा समय से कार्य नहीं किया गया है, उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी और जिन ठेकेदार द्वारा अनुबंध हेतु एफ0डी0आर0 के रुप में सिक्योरिटी जमा नहीं की गयी है, उनकी पुनः निविदा कर दी गई है, जिसमें राज्य योजना वर्ष 2021-22 के अन्तर्गत वि0स0 क्षेत्र झबरेड़ा के ग्राम लाठरदेवा शेख में आन्तरिक सड़कों का इण्टरलॉकिंग टाईल्स द्वारा सड़क निर्माण कार्य लागत 68.00 लाख का पुनः टैण्डर लगा दिया गया है और जिन ठेकेदारों द्वारा मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किये गये कार्यो के बोर्ड नहीं लगाये गये है, उनके विरूद्ध भी कार्यवाही का आश्वासन दिया गया। इस पर पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल द्वारा स्पष्ट रुप से निर्देश दिये गये कि मेरे द्वारा समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुसार यदि एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कार्यवाही नहीं की जाती है, तो उन्हें स्वयं स्थलीय जॉच उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में कराने हेतु बाध्य होना पड़ेगा।