रुड़की। ( बबलू सैनी ) नारसन ब्लॉक के ग्राम पंचायत अकबरपुर ढाढेकी में शासन द्वारा साफ-सफाई के लिए एक ई-रिक्शा दिया गया था। लेकिन दुःखद बात यह है कि कभी भी गांव की साफ-सफाई के लिए इस ई-रिक्शे का इस्तेमाल नहीं किया गया। जबकि पूर्व प्रधान लगातार इस ई-रिक्शे में अपने पशुओं का चारा ढोने का काम कर रहा हैं। पूर्व प्रधान का कार्यकाल समाप्त हो गया हैं और प्रशासक नियुक्त किये गये हैं। किसी भी प्रशासक या जनप्रतिनिधि या प्रशासन द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई। न ही बरसात के मौसम का संज्ञान लेते हुए नाले की साफ-सफाई की गई। हल्की बारिश में ही गांव की तमाम सड़कें और रास्ते तालाब में तब्दील हो जाते हैं। इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि कई जगह से नाले टूटे पड़े हैं, सड़कें भी टूटी हुई हैं, जगह-जगह जलभराव हैं, लेकिन इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं हैं। इसी से नाराज ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण कमेटी के जनरल सेक्रेटरी डॉ. मो. उस्मान से मिला और उन्हें समस्याओं से अवगत कराया, जिस पर उन्होंने सभी लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही इन समस्याओं के समाधान के लिए वह बीडीओ नारसन, एसडीएम रुड़की व जिलाधिकारी को अवगत करायेंगे। इस मौके पर जान आलम, मो. समून, अफजाल अहमद, मो.नदीम, मो. जावेद, अकरम अली, मो. सलमान आदि मौजूद रहे।

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