रुड़की। ( बबलू सैनी ) गायत्री परिवार जिला हरिद्वार द्वारा आज रुड़की के कन्हैयालाल बैंकट हॉल में पारिवारिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। पारिवारिक सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गायत्री परिवार के सभी सदस्यों का एक दूसरे से पारिवारिक परिचय एवं गायत्री परिवार का विस्तार था। जनपद हरिद्वार के सभी क्षेत्रों से आए गायत्री परिवार के सदस्यों ने पारिवारिक सम्मेलन में प्रतिभाग किया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि देव
संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रतिकुलपति डॉक्टर चिन्मय पंडया रहे। कार्यक्रम में सर्वप्रथम माँ गायत्री की वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान गुरुजी और माताजी को पुष्प समर्पित करके श्रद्धांजलि दी गयी। संगीत कार्यक्रम के आयोजन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ. चिन्मय पंडया का उद्बोधन सभी सदस्यों को प्राप्त हुआ। डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने अपने उद्बोधन में मनुष्य के जीवन में माँ गायत्री के आशीर्वाद से सदगुरु के दर्शन होने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मनुष्य को सौभाग्य से सदगुरु का ज्ञान मिलता हैं, जिससे उसका जीवन परिवर्तन हो जाता हैं। गुरु ही मनुष्य को ईश्वर से मिलाता हैं। गुरु के आशीर्वाद से ही मनुष्य अपने जीवन का महत्व समझता हैं और विश्व कल्याण के लिए समर्पित हो जाता हैं। गायत्री परिवार के सभी सदस्यों ने एकजुट होकर सन् 2026 तक प्रत्येक घर तक पहुँचने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में रुड़की, बीएचईएल, बहादराबाद, लक्सर, खेड़ा, भगवानपुर, खानपुर, कुआंखेड़ा, नारसन, झबरेड़ा, फलोदा से भारी संख्या में गायत्री परिवार के सदस्य मौजूद रहे।