रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) उर्जा निगम में आज एक नया कारनामा सामने आया, जहां उर्जा निगम की टीम ने छापेमारी कार्यवाही तो कहीं और की, जबकि उप-खण्ड धनौरी के जेई ने आरोप किसी दूसरे पर लगा दिया। भ्रष्टाचार और बेईमानी का इससे अच्छा और कोई उदाहरण नहीं हो सकता। वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तौगी ने उर्जा निगम उप-खंड धनौरी के जेई, उर्जा निगम रुड़की के अधिशासी अभियंता तथा उत्तराखण्ड शासन के उर्जा सचिव को नोटिस जारी कर किसी दूसरे के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने का कारण पूछा हैं। समय पर जवाब न मिलने पर राजेश रस्तोगी ने कानूनी कार्रवाई किये जाने की भी चेतावनी दी हैं। अपने व्यवहारी सुलेमान पुत्र रुहड़ा निवासी ग्राम हजाराग्रंट जिला हरिद्वार की ओर से दी गई हैं। भेजे गये नोटिस में राजेश रस्तौगी ने कहा कि सुलेमान पुत्र रुहड़ा निवासी ग्राम हजाराग्रंट हरिद्वार पर विद्युत चोरी का आरोप लगाया गया हैं। जबकि जिस घर पर छापा मारा गया था, वह उसके घर से 2 किलोमीटर दूरी पर हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग ने छापा रुहड़ा पुत्र मीर हसन के घर पर मारा, जिस पर 14 सितंबर तक 22 हजार से अधिक का विद्युत बकाया चला आ रहा हैं, किन्तु विभाग ने नोटिस मेरे व्यवहारी सुलेमान पुत्र रुहड़ा निवासी ग्राम हजाराग्रंट को भेज दिया हैं।

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