रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) भगवानपुर इण्डस्ट्रीज एरिया से सिडकुल इण्डस्ट्रीज एरिया बहादराबाद जाने के लिए टोला प्लाजा वालों की मिलीभगत से ट्रकों के लिए 24 घंटे नो एंट्री का बोर्ड लगाने एवं 500 रुपये लेकर एंट्री दिये जाने के संबंध में आॅल इण्डिया मोटर ट्रासंपोर्ट कांग्रेस द्वारा ट्रक यूनियन कार्यालय पर एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।
उन्होंने मीडिया के सामने टोल प्लाजा पर तैनात कर्मियों की पोल खोलकर रख दी तथा बताया कि एसपी ट्रैफिक द्वारा दबंगई दिखाते हुये भगवानपुर एवं बहादराबाद प्लाजा वालों से मिलीभगत कर भगवानपुर क्षेत्र से बहादराबाद की ओर आने वाले राज्य हाईवे-68 पर सभी प्रकार के कमर्शियल ट्रकों, वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। जिसमें राज्य हाईवे पर डिवाईडर एवं लाईटों की व्यवस्था न होनेे का बहाना बनाया जबकि कुछ वाहनांे को भगवानपुर चैक पर खड़े टैªफिक पुलिस कर्मचारी 200, 300, 500 रुपये लेने के बाद जाने भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी राज्य या हाईवे पर डिवाईडर और लाईटों की व्यवस्था नहीं हैं। ऐसी व्यवस्था केवल एक्सप्रेस-वे पर होती हैं, वह भी केवल आबादी क्षेत्रों में। बाकी सड़कों पर नहीं। इस संबंध में आॅल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस उत्तराखड की ओर से सरकार एवं संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया कि अगर इसी प्रकार की हठधर्मिता चलाने का आपको अधिकार हैं, तो हम ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को भी कठोर कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसके संबंध में हम सभी टैम्पो, बस, ट्रकों आदि अपने संगठनों उत्तराखण्ड परिवहन महासंघ की ओर से जल्द ही रुड़की में एक बैठक बुलाकर चक्का जाम करेंगे। देहरादून में हुई आरटीए की बैठक में डीजल-पेट्रोल से चलने वाले टैम्पो, बसों को सड़कों से हटाये जाने के फैसले की एसोसिएशन ने घोर निंदा की और परिवहन विभाग एवं उत्तराखण्ड सरकार को सुझाव दिया कि गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली की तरह डीजल-पेट्रोल के वाहनों में सीएनजी किटें लगाई जायें तथा सरकार की और से फाईनेंस एवं वाहन सब्सिडी भी वाहन मालिकों को दी जाये। प्रेसवार्ता में आदेश सैनी सम्राट, आदेश शर्मा आदि मौजूद रहे।