रुड़की। ( बबलू सैनी ) लम्बे समय बाद रुड़की नगर निगम में हुई बोर्ड की बैठक फिर से बड़े हंगामे की भेंट चढ़ी। बोर्ड बैठक में खानपुर विधायक उमेश कुमार की नसीहत के बाद भी बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ। मेयर विरोधी पार्षदों के गुट ने हर बार की तरह कुछ प्रस्तावों पर मोहर लगाते हुए बाकी प्रस्तावों को निरस्त कर दिया, वहीं दूसरे गुट के पार्षदों की मांग पर प्रत्येक प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
रुड़की नगर निगम बोर्ड की बैठक में 62 प्रस्ताव रखे गये थे, जिसमें से करीब 11 प्रस्ताव मेयर विरोधी गुट के करीब 25 पार्षदों ने सर्वसम्मति से निरस्त कर दिये। बाकी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास करते हुए पत्र एमएनए को सौंप दिया गया। बैठक शुरू होने से पूर्व खानपुर विधायक उमेश कुमार ने मेयर और पार्षदों को नसीहत देते हुए कहा कि प्रत्येक बोर्ड की बैठक में होती आई आपसी लड़ाई से किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि जनता का नुकसान होता हैं। कहा कि उन्हें जनता ने चुनकर शहर के विकास के लिए सदन में भेजा हैं। तो शांतिपूर्ण तरीके से नगर हित के प्रस्तावों पर चर्चा करें और नगर के विकास के लिए कार्य करें। वहीं उन्होंने बिना बोर्ड बैठक में पास हुई लीज की सम्पत्तियों की लीज गैर कानूनी तरीके से किये जाने पर सवाल उठाये और करोड़ों की इस सम्पत्ति में खेल करने वाले लोगों पर एफआईआर दर्ज करवाने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि अगर सदन इस मामले में कार्रवाई नहीं करेगा, तो वह स्वयं एफआईआर दर्ज करवायेंगे। इसके साथ ही झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती ने भी पार्षदों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए नगर हित में कार्य करने की बात कही। बैठक के दौरान मेयर विरोधी गुट के पार्षदों ने सर्वसम्मति से अनाज मंडी की भूमि की लीज रिनीवल पर मोहर लगाई। इस भूमि की लीज के संबंध में एक ऑडियो भी वायरल हुई थी, जो मेयर की बताई गई थी, वहीं मामले में सुबोध गुप्ता ने मेयर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया था। इसका प्रस्ताव पास होने पर मेयर पक्ष के पार्षदों ने हंगामा किया और दूसरे गुट पर मामले में मोटी डील करने के आरोप लगाये। इस दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। मेयर गौरव गोयल ने एक बार फिर से पूर्व नगर आयुक्त और सहायक नगर आयुक्त पर गम्भीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से साढ़े 12 करोड़ की एजेंसियां पार्षदों को बांटी गई। कहा कि पार्षदों को पूर्व अधिकारी ठेकेदार बनाकर चले गये। वहीं हंगामा बढ़ता देख कलियर विधायक फुरकान अहमद, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती और खानपुर विधायक उमेश कुमार बैठक समापन से पहले ही सदन छोड़कर चले गये।
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