रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आनंदम् बैंकट हाॅल में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के 5वें दिन पूज्य शोभाराम उनियाल ने श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं का बखान किया। इस दौरान उन्होंने गोवर्द्धन पूजा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने इन्द्र के घमंड को चूर करने के लिए बृजवासियों को गिरीराज की पूजा करने को कहा। इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिए श्रीकृष्ण ने अपनी अंगूली पर गोवर्द्धन को धारण कर गोकुल वासियों को बचाया। उन्होंने कहा कि आजकल की युवा पीढ़ी अपने भगवान व अपने धर्म के प्रति लापरवाह हो गई हैं। अपने धर्म को जानने के लिए गीता, भागवत तथा रामायण को पढ़ना चाहिए। ऐसा करने से भावी पीढ़ी संस्कारी होगी। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं में राष्ट्रभक्ति की अलख जगाते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने राष्ट्र, समाज और परिवार के उत्थान का चिंतन नहीं करता, वह जिंदा पशु के समान हैं। साथ ही कहा कि आज के समय में धनवान वह हैं, जो अपने तन, मन, धन से सेवाभक्ति करें। इस दौरान गिरीराज गोवर्द्धन की गाय के गोबर से मूर्ति बनाकर पूजा की गई। सभी भक्तों ने गायत्री पाठ, गौ सेवा व गीता पाठ करने का वचन लिया। इस मौके पर पार्षद नीतू शर्मा, हरीश शर्मा, राधेश्याम अरोड़ा, रवि चैधरी, रवि गुलाटी, रामवतार, आशुतोष चैधरी, नवनीत सिंघल, कृष्ण गोपाल, डाॅ. राकेश शर्मा, डाॅ. अजय परमार, डाॅ. मुकेश शर्मा, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।