रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) रुड़की शहर में चाईनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए। यदि स्थानीय शासन-प्रशासन द्वारा इस और कोई कदम नहीं उठाया गया, तो रामनगर के पार्षद पंकज सतीजा 24 जनवरी को नगर निगम प्रांगण मंे धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस संबंध में पार्षद पंकज सतीजा रामनगर रुड़की वार्ड-25 ने नगर आयुक्त विजयनाथ शुक्ल को भेजे शिकायती पत्र में कहा कि बसंत पंचमी के मौके पर अधिकतर बच्चे पतंग उड़ाने का काम करते हैं और इसमें जो मांझा प्रयोग होता हैं, वह चाईना कंपनी का हैं। जो बेहद ही खतरनाक होता हैं। यह सरलता से टूटता नहीं, इस मांझे में प्रयोग की गई रसायनिक सामग्री मांझे की तेज धार करने के साथ ही जानलेवा बन रही हैं। प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में आवागमन करने वाले राहगीर, महिला, पुरूष के साथ ही पक्षी भी मांझे की चपेट में आकर घायल हो जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विगत वर्ष रुड़की पुलिस व अस्पताल चिकित्सक के अनुसार शहर में 25 महिला-पुरुष मांझे की चपेट में आकर घायल हुये, जो एक गंभीर विषय हैं। इस संबंध में उनके द्वारा कई बार नगर निगम से लिखित शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया। साथ ही कहा कि इस ओर संज्ञान न लेने के कारण मांझा विक्रेताओं की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। जबकि यह प्रतिबंधित हैं और अभियान चलाकर इसका सफाया होना चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया कि इस संबंध में उनके द्वारा सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की गई, लेकिन नगर निगम में तैनात अधिकारी चैन की नीदं सो रहे हैं। 26 जनवरी को बसंत पंचमी का पर्व हैं। इसे देखते हुए मांझे की बिक्री पर रोक लगाना नितांत आवश्यक हैं। यह ऐसा खतरनाक मांझा है कि इसकी चपेट में आकर व्यक्ति की जान भी जा सकती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि पार्षद पंकज सतीजा मानवहितों की रक्षा के लिए करने के लिए ऐडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। लेकिन सरकारी विभागों में फैला भ्रष्टाचार इस मुहिम को पलीता लगाने में लगा हैं। उन्होंने कहा कि इस ओर जल्द से जल्द कठोर कदम उठाये जायें, वरना वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उनकी इस महिम को रुड़की शहर की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा हैं।

By Admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share