रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आज नगर निगम सभागार में निगम कर्मचारियों व पेरिस गारमेंट्स एवं जनरल सप्लायर्ड कंपनी के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। इस दौरान काफी गहमा-गहमी भी हुई। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी द्वारा पिछले 26 महीने से उनका लगातार पीएफ व ईएसआई के नाम पर सैलरी से पैसा काटा जा रहा हैं, लेकिन उनके खाते में उस पैसे को डाला नहीं जा रहा हैं। कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी द्वारा कर्मियों के पैसे की बंदरबांट कर ली गई हैं और मामूली पैसा ही गिने-चुने कर्मचारियों के खाते में डाला गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीमारी या एमरजेंसी के दौरान भी कर्मचारियों को ईएसआई फंड की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं, जिसके कारण सभी कर्मचारियों में कंपनी के खिलाफ रोष व्याप्त हैं।
आज नगर निगम रुड़की के सभागार में कर्मचारियों व कंपनी प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई। इस दौरान कर्मचारियों ने कंपनी के प्रतिनिधियों से पीएफ व ईएसआई के पैसों का हिसाब मांगा। जिस पर कंपनी के प्रतिनिधि कोई जवाब नहीं दे पाये। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनके पीएफ व ईएसआई के पैसे को कंपनी डकार गई हैं और कपंनी हिसाब नहीं दे पा रही हैं। कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम के करीब 300 कर्मचारियों का पीएफ व ईएसआई फंड अधर में लटका हुआ हैं, जिसे न तो कंपनी देने की जिम्मेदारी ले रही हैं, न ही इस पर कोई आश्वासन दिया जा रहा हैं। पिछले 26 महीने से कर्मचारियों के वेतन से लगातार दोनों फंड का पैसा काटा जा रहा हैं। इस दौरान कर्मचारियों ने कंपनी प्रतिनिधियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनके पैसों की मिलीभगत कर बंदरबांट की जा रही है। यदि उनका पैसा नहीं मिला, तो वह उग्र आंदोलन से पीछे नहीं हटेंग। वहीं कपंनी की ओर से पहंुचे बी.एन. तिवारी ने कहा कि उन्होंने पीएफ व ईएसआई का कोई पैसा गबन नहीं किया हैं। वैरिफिकेशन के लिए कर्मचारियों से कागजात मांगे गये हैं, जल्द ही उनके खातों में पीएफ व ईएसआई का पैसा डलवा दिया जायेगा। इस दौरान कार्यालय अधीक्षक मो. कयूम, मोहन सिंह सैनी, आशीष अग्रवाल, नरेश घोघलिया, बिजेन्द्र बहोत, अर्चना, मनीष, साजिद, अभिमन्यू आदि बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
