रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) दो दिन पूर्व स्थापित की गई प्रतिमा से छेडछाड़ का विरोध स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन कर किया। आरोप है कि मूर्ति को हटाने का प्रयास किया गया हैं। जबकि इसका प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास होने के बाद ही मूर्ति स्थापित की गई थी।
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में दिल्ली रोड़ स्थित कर्नल एनक्लेव आकाशदीप चैक पर दो दिन पहले स्थानीय पार्षद सचिन चैधरी के नेतृत्व में जाट समाज द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री किसान नेता चै. चरण सिंह जी की मूर्ति स्थापित की गई थी। उनका कहना है कि इसका प्रस्ताव रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से पास किया गया था। जिसका प्रस्ताव संख्या 368 था। पार्षद ने बताया कि मूर्ति स्थापना के लिए निगम के अधिकारियों को लगातार मूर्ति स्थापित करने के लिए अवगत कराया जा रहा था, परंतु निगम के अधिकारियों द्वारा यहां पर मूर्ति नहीं स्थापित कराने दी गई। जिसके बाद जाट समाज सेवा समिति एवं स्थानीय पार्षद एवं अन्य लोगों द्वारा मूर्ति को चैराहे पर रखकर 23 दिसंबर को उसका अनावरण करने की तैयारी थी। लेकिन 20 दिसंबर की रात ही काफी संख्या में पुलिस फोर्स मूर्ति को हटाने पहंुच गई। स्थानीय लोगों ने मूर्ति हटाने का विरोध किया, तो पुलिस को वापस लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि मूर्ति हटाने पहंुचे पुलिस अधिकारियों का कहना था कि कुछ लोगों द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई और प्रशासन ने उक्त शिकायत का संज्ञान लेते हुए मूर्ति को हटाने के लिए आये थे। उन्होंने बताया कि इस बारे में मुख्य नगर आयुक्त से जानकारी ली, तो उन्होंने बताया कि इसकी एनओसी लोक निर्माण विभाग के पास नहीं हैं, उसके लिए इसका अनावरण करना अभी सही नहीं रहे। जाट समाज सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने मूर्ति हटाये जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया। उन्होने कहा कि जब इसका प्रस्ताव रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से पास हैं, तो प्रशासन ने बिना किसी जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय लोगों को बताये चोरी-छिपे किसके कहने पर मूर्ति हटाने के लिए पहंुचा। उन्होंने कहा कि हम इसका कड़ा विरोध करते है। ंयदि यहां से मूति हटाई गई, तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। वहीं इस संबंध में ज्वाईंट मजिस्ट्रेट अभिनव शाह का कहना है कि पुलिस द्वारा जानकारी मिली थी कि बिना अनुमति के एक मूर्ति स्थापित की गई हैं। वहीं उनका कहना है कि नगर निगम से मूर्ति स्थापना का प्रस्ताव होने की जानकारी मिली हैं, लेकिन शासन से मूर्ति स्थापित किये जाने की अनुमति नहीं ली गई हैं। उन्होंने कहा कि अभी मामले में पूरी जानकारी जुटाई जा रही हैं। उसके बाद ही कुछ कहना संभव होगा। इस अवसर पर जाट समाज उत्तराखण्ड के संयोजक चै. रोबिन सिंह, किसान नेता ऋषिपाल बालियान, जाट समाज सेवा समिति के अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष नितिन चैधरी, कांग्रेस नेता जितेन्द्र पंवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र चैधरी, शैलेन्द्र पंवार, बच्चन सिंह, वीर सिंह पंवार, वीरेन्द्र, देवेन्द्र कुमार चैधरी, वेदपाल सिंह, विवेक चैधरी, अभिषेक चैधरी, प्रद्युमन, सुशील, अंकित सैनी आदि मौजूद रहे।