रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
सीआईडी सीरियल की तर्ज पर 44 लाख के लोन से छुटकारा पाने के लिए पति ने प्रेमिका के साथ मिलकर साजिश रच डाली और भरोसेमंद रिश्ते पर छुरा घोंपते हुए शरीक-ए-हयात का कत्ल करने का मन बनाया, जिसका हरिद्वार एसएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने परत-दर-परत पड़ताल करते हुए पटाक्षेप कर दिया ओर दो शातिरों को भी पकड़ लिया।
आज सिविल लाइन कोतवाली में घटनाक्रम का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने जानकारी दी की 7 फरवरी की रात्रि में मंगलौर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि नसीरपुर में एक दुर्घटना हुई है, जिसमें महिला नहर में डूब गई और एक व्यक्ति डूबने से बच गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। 8 फरवरी को घटना संदिग्ध प्रतीत होने पर नहर में बही मृतक के पिता ने अपने दामाद और अन्य द्वारा साजिश कर विवाहिता को नहर में धक्का देकर हत्या के संबंध में 302, 201, 120बी में मुकदमा पंजीकृत कराया, जिसका संज्ञान लेते हुए उनके दिशा निर्देशन में गठित पुलिस टीम द्वारा गहन पड़ताल की गई और हकीकत सामने लाने के कड़े निर्देश दिए। खुलासे के लिए गठित टीम ने पूरे मामले की परत-दर-परत पड़ताल की, तो सामने आया कि मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का बैंक लोन था, आरोपी पति अतेंद्र ज्वालापुर में आटा चक्की उद्योग का कार्य करता है, जिसके लिए उसने मृतक पत्नी के नाम पर 44 लाख रुपए बतौर लोन लिए थे, जबकि घटना में शामिल अन्य आरोपी आटा चक्की पर ही काम करता था, आरोपित पति का बैंक में काम कर रही महिला के साथ अवैध संबंध भी होना प्रकाश में आया। अभियुक्त ने बैंक जाकर साजिशन मालूम किया कि मृत्यु के बाद बैंक लोन माफ कर देता है, जिसके चलते अभियुक्त ने योजनाबद्ध तरीके से मृतका को शराब पीने की आदत डाली और घटना के दिन भी धोखे से शराब पिलाकर जबरदस्ती वेगेनार में डालकर हरिद्वार लाया गया, जहां दूसरा आरोपित (चक्की में काम कर रहा आरोपी, जिसे 5 लाख देने का वादा किया गया था) मोटरसाइकिल पर पीछे-पीछे आ रहा था, दोनों ने रास्ते में मृतक को जबरन शराब पिलाई और फिर नहर पटरी नसीरपुर के पास धकेल दिया। साथ ही बाइक को भी नहर में डालकर पुलिस का ध्यान भटकने के लिए एक्सीडेंट की प्लानिंग भी रची गई और स्वयं ही 112, 108 को फोन कर सूचना दी गई ताकि मृतका को रास्ते से हटाकर प्रेमिका के लिए उसके दरवाजे खुल सके और लोन भी माफ हो जाए। पुलिस टीम ने शनिवार को दोनों आरोपियों को दबोचने में सफलता हासिल की और लोन माफ करने और प्रेमिका से ज्यादा तालुक बढ़ाने के लिए आरोपितों ने उक्त घटना को अंजाम दे डाला। साथ ही पुलिस टीम ने कार में छूट रखी मृतक की टोपी को भी आरोपित पति की निशानदेही पर बरामद किया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि यह हत्याकांड का प्लान उसने सीआईडी टीवी सीरियल देखकर बनाया है। पुलिस टीम ने अतेन्द्र पुत्र सत्यप्रकाश, निवासी ग्राम झड़का, थाना हस्तिनापुर यूपी व अजय प्रकाश उर्फ रवि पुत्र भानु प्रकाश निवासी उपरोक्त का चालान कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा, एसएसआई धर्मेंद्र राठी, एसआई नवीन चौहान, मनोज कठैत, रघुवीर सिंह रावत, अपर उप निरीक्षक नरेन्द्र राठी, हैड कांस्टेबल शूरवीर, विकास, कॉन्स्टेबल अरुण शामिल रहे।