रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) बृहस्पतिवार को रहमानिया इंटर काॅलेज भगवानपुर में प्रबन्धक डाॅ. जिशान अली द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह बेकसूर हैं और उन्हें राजनीति के तहत षड़यंत्र रचकर झूठे मुकदमें में फंसाया गया। मृतक छात्र के परिजनों के साथ उनकी सहानुभूति हैं और वह दुःख प्रकट करते हैं। साथ ही कहा कि यदि स्कूल में इस प्रकार की घटना होती, तो यहां अध्ययनरत् हजारों बच्चे पढ़ने न आते और उनके अभिभावक बच्चों को स्कूल न भेजते। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर 9 दिसंबर को आरोप लगाया गया कि मैंने बच्चे से मारपीट की। 13 दिसंबर को शाम के समय फोन आया कि आपने मेरे बेटे के साथ मारपीट की हैं। अगले दिन मेरे नाम की तहरीर देकर झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया। ये ही नहीं स्कूल में तोड़फोड़ भी की गई। मृतक बालक 9 व 10 सितंबर को स्कूल में सकुशल आया और इसी प्रकार घर लौटा। यह फुटैज कैमरे में भी कैद हैं। जो मेरे पास सबसे बड़ा साक्ष्य हैं। साथ ही कहा कि उक्त क्लास में 52 बच्चे पढ़ते हैं। पुलिस ने उनसे भी पूछताछ की। अध्यापकों से भी जानकारी ली। लेकिन कोई भी झूठी घटना का गवाह नहीं मिल पाया। साथ ही उन्होंने बताया कि कई माह पूर्व मृतक बालक छत से गिर गया था और आरोग्यम अस्पताल में उसका उपचार कराया गया, जिसका सबूत भी उनके पास है। उन्होंने बताया कि छात्र की मौत के बाद स्कूल में तीन दिन का शोक रखा गया। वह समाजसेवी हैं और पिछले 28 वर्षों से शिक्षा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उनके पढ़ाये गये छात्र आज विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों को सुशोभित कर रहे हैं। वह पूरी तरह निर्दाेष हैं और कोर्ट ने भी इस बात को माना और उन्हें जमानत दी। इस मौके पर पंडित हितेष शर्मा ने भी कहा कि डाॅ. जिशान अली प्रतिभा के धनी हैं ओर अच्छी छवि के कारण उनकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक जा रही हैं, जो लोगों को नहीं पच पा रही। उन्हें राजनीति के कारण फंसाया गया। इस मौके पर लाहौर सिंह, अर्जुन मुखिया के साथ ही बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।