रुड़की। पठानपुरा के निकट कांग्रेस कार्यालय पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव क्रांतिकारियों की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया गया तथा शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर बोलते हुए किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सचिन गुप्ता ने कहा कि इन महान क्रांतिकारियों को 23 मार्च 1939 को लाहौर की सेंट्रल जेल में अंग्रेजी हुक्मरानों ने गुपचुप तरीके से पफांसी पर लटका दिया था। उस दौरान जेल में इंकबाल की बोलियां गूंज उठी थी। सरदार भगत सिंह ने कहा था कि ‘मेरी हवा में रहेगी ख्यालों की बिजलियां, ये मुस्तेखाक हैं पानी रहे न रहे, मेरे विचारों की बिजलियां हवा में कोंधती रहेगी, ये शरीर मु्ट्ठी भर राख हैं, रहे न रहे। विचार अमर होते हैं और दुनिया की कोई ताकत उन्हें कुचल नहीं सकती। उन्होंने कहा कि आजादी के इन दीवानों ने अपनी जान की परवाहह न करते हुए भी अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया और उन्हें नाकों चने चबाये। उनकी शहादत देश कभी नहीं भूल पायेगा। इन महान क्रांतिकारियों का देश हमेशा ़ऋणी रहेगा। इससे पूर्व उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। श्रद्धांजलि देने वालों में कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय सचिव राजबीर रोड़, महानगर अध्यक्ष कलीम खान, जिलाध्यक्ष मो. मुबशिशर, रईस अहमद, मनोज जैंथ, मो. साहिल आदि बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल रहे।