रुड़की। ( बबलू सैनी ) मुख्य कोषाधिकारी व मुख्यवित्त अधिकारी नितू भण्डारी ने आज अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डैफ (एडीडी) आई.आई.टी. रुड़की का भ्रमण किया। नीतू भण्डारी विद्यालय में आयोजित वार्षिक प्रगति पत्र वितरण समारोह की मुख्य अतिथि रही। उन्होंने विद्यालय में आकर विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई के विषय में जानकारी ली व बच्चों के शैक्षिक व व्यवसायिक उत्थान के लिए बच्चों व अध्यापिकाओं को प्रोत्साहित किया। बच्चों के इस विशेष दिवस के अवसर पर एयरफोर्स से रिटायर्ड पायलट गुरु बचन सिंह भी उपस्थित रहे। वह पिछले तीन वर्षों से विद्यालय से जुड़े हैं और उनका योगदान विद्यार्थियों के प्रोत्साहन व उत्साहवर्द्धन के लिए विशेष दर्जा रखता है। नीतू भण्डारी व गुरु बचन ने अनुश्रुति का भ्रमण किया व विद्यालय की प्रगति के विषय में जानकर विद्यालय के प्रबन्धक व फाउण्डर प्रो. एस. सी. हाण्डा व प्रबन्धक समिति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के बालकों में हम्माद ने कक्षा 1 में प्रथम व आयुष्मान ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 2 के रोहित सिंह ने कक्षा में प्रथम व देवांश चौधरी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 3 में तन्नू सैनी ने प्रथम व नमन शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 4 में समरीन ने प्रथम व आरुषि ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 5 में अभिनव ने प्रथम व गुलनाज ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ओवर ऑल परफॉर्मेन्स में रोहित सिंह अव्वल रहा। रोहित सिंह को श्रीमती कमला देवी और मदन गोपाल गुप्ता अवार्ड के रुप में 5,000 रुपये केश व ट्रॉफी प्रदान की गई। यह अवार्ड प्रो. एस.पी. गुप्ता की ओर से अपनी माता-पिता की याद में हर वर्ष सर्वाधिक मेधावी छात्र के रुप में अनुश्रुति विद्यालय के वार्षिक प्रगति पत्र समारोह में प्रदान किया जाता है। प्रबन्ध समिति के सदस्यों में मैनेजर प्रो. नवनीत अरोड़ा, प्रो. सोनल आत्रो, प्रो. मनीष अस्थाना आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर नीतू भण्डारी ने बताया कि वह हर सम्भव प्रयास करेंगी कि इन बच्चों की शिक्षा से सम्बन्धित प्रगति के लिए वे कुछ सहायता कर पाएं, ताकि इन बच्चों के साथ किसी न किसी रुप में जुड़ी रह सकें। यह उनकी हार्दिक इच्छा है कि विशेष आवश्यकता वाले बधिर बच्चों कीे सरकारी नौकरी के लिए सम्भव सहायता दे सके। उन्होंने स्वयं की लिखी प्रेरणादायक कविता के द्वारा उपस्थित सभी लोगों और छात्रों का उत्साहवर्द्धन किया।