रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
उद्यान व वन विभाग पेडों के संरक्षण को लेकर कितना गंभीर है, यह आय दिन चोरी से काटे जा रहे पेडों को लेकर अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी तरह दौलतपुर गांव में फिर से विभाग को चुनोती देते हुए माफियाओं ने प्रतिबंधित व आम के कुछ हरे पेड़ साफ कर दिए ओर दोनों विभाग मुंह ताकते रह गए। फिलहाल वन विभाग के कर्मियों ने कार्रवाई की बात कही है, लेकिन यह कार्रवाई अंजाम तक कब पहुंचेगी, यह आने वाला समय ही बता पायेगा।
करीब तीन से चार दिन पूर्व दौलतपुर गांव में एक खेत मे खड़े सिंभल, आम व शीशम के करीब आधा दर्जन पेड़ माफियाओं ने रातों-रात उड़ा दिए। हैरत की बात है कि चार दिन बीतने के बाद भी उद्यान या वन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नही की गई, जब मामला मीडिया कर्मियों के संज्ञान में आया, तो वन कर्मचारी कार्रवाई की बात करने लगे, जबकि उद्यान विभाग ने भी कार्रवाई का दावा किया है। अब पेड़ो का संरक्षण करने वाले विभाग ही यदि माफियाओ पर लगाम नही लगाएंगे, तो फिर पेड़ संरक्षण की मुहिम कैसे साकार हो पाएगी। जबकि खेत स्वामी ने पेड़ कटने के स्पष्ट जवाब नही दिया। वहीं वन विभाग के अधिकारियों की हीलाहवाली भी माफियाओ को खुली छूट देना प्रतीत होती है।