रुड़की। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के रुड़की समेत देशभर के कई सेवा केंद्रों पर 60 वर्षों तक ईश्वरीय सेवा के प्रति समर्पित रही बीके विमला के समाजोत्थान के कार्यों को याद करते हुए ब्रह्माकुमारीज पंजाब जोन की प्रभारी राजयोगिनी उत्तरा बहन ने कहा कि बीके विमला की ईश्वरीय अनुभूति व निर्माणता काबिले तारीफ थी। उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहा कि विमला बहन के द्वारा निरहंकारिता भाव से की गई सेवा, निमित्त बनकर दिया गया ईश्वरीय ज्ञान आज मौजूद भाई बहनों के बीच प्रत्यक्ष हो रहा है। उन्होंने विमला बहन को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे अब अगली सेवा के लिए प्रस्थान कर गई है, जहां उनकी अधिक आवश्यकता है। राजयोगी बीके सुशील भाई के कुशल संचालन में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में विशिष्ट अतिथि मेयर गौरव गोयल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज ही दुनिया मे एक ऐसी संस्था है, जो इंसान को देवता बनाने का पुरुषार्थ कर रही है। उन्होंने बीके विमला को एक महान योगी आत्मा बताया, जो सद्गुणों की खान थी। रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि विमला बहन जी बड़ी उम्र में भी ईश्वरीय सेवाआंे के प्रति सक्रिय रहती थी। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज संस्था को विश्व कल्याणक बताया। विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उप-कुल सचिव श्रीगोपाल नारसन ने विस्तार से विमला दीदी की रूहानी जीवन यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने विमला दीदी को समर्पित कविता भी सुनाई। देहरादून केंद्र प्रभारी राजयोगिनी बीके मंजू दीदी ने पहले योग कराया और फिर विमला दीदी से जुड़े संस्मरण सुनाए। हरिद्वार केंद्र प्रभारी बीके मीना ने विमला बहन को शिवबाबा की समर्पित बच्ची बताया जो त्याग, साधना, सेवा में सदा आगे रही। रुड़की सेवा केंद्र से बीके गीता ने विमला दीदी के साथ बिताए स्वर्णिम लम्हों व उनकी शारिरिक रुग्णता दोनों तरह के अनुभव सुनाए। इस अवसर पर विमला दीदी की पालना लेने वाली ब्रह्माकुमारीज विकास नगर से बीके तारा, मसूरी से बीके सोनिया, रुड़की से बीके बबिता, रजनी, निर्मल, दीपिका, वर्षा, राधा आदि ने उनसे जुड़े अनुभव सुनाए व श्रद्धाजंलि अर्पित की।