रुड़की। ( बबलू सैनी )
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने रुड़की के एक होटल में पत्रकार वार्ता कर भाजपा सरकार पर देश का माहौल खराब करने का आरोप लगाया। कहा कि देश में जान बूझकर मुस्लिम धार्मिक स्थलों को टारगेट किया जा रहा है। हिंदू- मुस्लिम के नाम पर देश की अमन शांति को खत्म करने की बड़ी साजिश रची जा रही है। इन हालातों में देश में नफरत का माहौल तैयार किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में देश में कभी भी दंगे भड़क सकते हैं।
उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग कर चर्चा में आए अकील अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार देश की अमन सलामती और गंगा-जमुनी तहजीब को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की कि वो अफवाहों पर कतई ध्यान ना दें और सभी धर्मों के साथ आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ रहें। यही हमारे देश की खूबसूरत संस्कृति रही है। अकील ने मुस्लिम उलेमाओं से भी अपील करते हुए कहा कि वो किसी भी टीवी डिबेट में हिस्सा ना लें। टीवी एंकर उनकी बातों को अलग तरीके से पेश करते हैं। इस तरह टीवी डिबेट में आने वाले उलेमाओं का भी अपमान हो रहा है। जिसे मुस्लिम समाज बर्दाश्त नहीं कर सकता। पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष अकील अहमद ने कहा कि देश में जबसे मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आई है, तब से हिंदू-मुसलमानों को लड़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 358 सालों के बाद ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग बताया जा रहा है। जबकि, हकीकत में वो एक फव्वारा है। उन्होंने कहा कि आगरा ताजमहल और दिल्ली कुतुबमीनार में मूर्ति बताई जा रही है। साल 1991 में कानून आया था कि 15 अगस्त 1947 से पूर्व के धार्मिक स्थलों को किसी सूरत में छेड़ा नहीं जाएगा, लेकिन अब जानबूझकर मुस्लिम लोगों और उनके धार्मिक स्थलों को टारगेट किया जा रहा है। इसका साफ उद्देश है कि बीजेपी धर्म की राजनीति कर 2024 चुनाव के एजेंडे पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा राजनीति करना चाहती है तो मुद्दों की राजनीति करे। बढ़ती महंगाई पर बात करे और डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों पर बात करें। आज के हालात देश को बांटने वाले हैं। ऐसे में संभलकर चलने की आवश्यकता है।
