रुड़की। ( बबलू सैनी )
भगवानपुर पुलिस ने बाबू की हत्या में शामिल मुख्य अभियुक्त रोहित राणा को रोडवेज बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिन पूर्व आशीष कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी इन्द्रा विहार कालोनी सुनहरा द्वारा तहरीर दी गयी कि 24 जून को गौरव पंडित ने उसे फोन करके बताया कि तुम्हारे भाई बाबू का मर्डर हो गया है तथा इस समय उसका शव विनय विशाल अस्पताल रूडकी में है। साथ ही सन्नी त्यागी निवासी चुडियाला ने मुझे बताया कि आज दिन में दीपक सैनी ने मुझे फोन करके बताया था कि 20-25 लडके बाबू और विक्की ठाकुर के साथ रूहालकी शमशान घाट के पास मारपीट कर रहे है, तो में रूहालकी शमशान घाट के पास पहुँचा, तो वहाँ बाबू घायल अवस्था में पडा था तथा झाडियो से विक्की ठाकुर बाहर आया था। उसके बाद जब में विक्की ठाकुर की मदद से बाबू को सरकारी अस्पताल भगवानपुर ले जा रहा था, तो रास्ते में बाबू ने मुझे बताया था कि कुछ दिन पहले मेरा झगडा रोहित राणा से हो गया था। उसी कारण आज मुझे रोहित राणा, बन्टी उर्फ बल सिह निवासी खेडा विलासपुर, सचिन कश्यप पुत्र कलीराम निवासी गैस प्लान्ट के पीछे, योगेश डीलर निवासी चौली शाहबुददीनपुर, शुभम राणा निवासी रूहालकी, शशांक उर्फ झोझा निवासी रूहालकी, आकाश गुर्जर निवासी शाहपुर भगवानपुर व बाहुबली उर्फ अमन निवासी रूहालकी ने साथ मिलकर समझौता करने के बहाने बुलाकर मेरे साथ मारपीट कर हत्या करने के सम्बन्ध में दी गयी। जिसके आधार पर थाना भगवानपुर थाने धारा-302/ 147/34 भा0द0वि0 पंजीकृत किया गया। पुलिस उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार प्रभारी निरीक्षक भगवानपुर के नेतृत्व में अभि0गण की गिरफ्तारी हेतु अलग-अलग टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर आज अभि0 रोहित राणा पुत्र महावीर निवासी ग्राम करौन्दी थाना भगवानपुर को भगवानपुर बस स्टेण्ड से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में अभि0 रोहित राणा ने बताया कि 19 जून को मृतक बाबू, दीपक सैनी व विक्की ठाकुर ने मिलकर मेरे साथ सोनाली पुल रूड़की के पास मारपीट की थी। उसी का बदला लेने के लिए मेरे द्वारा अपने 20-25 साथियों के साथ मिलकर बाबू, दीपक सैनी व विक्की ठाकुर से बदला लेने का प्लान बनाया था। प्लान के अनुसार 24 जून को दिन में मेरे द्वारा बाबू तथा विक्की ठाकुर को समझौते के बहाने रूहालकी शमशान घाट के पास बुलाया गया था तथा मौका पाकर मैने व मेरे साथीयों ने मिलकर बाबू के साथ मारपीट की थी। मारपीट के बाद बाबू को मृत समझकर वही छोड़ दिया था, जबकि विक्की ठाकुर मौके से अपनी जान बचाकर भाग गया था। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, उ0नि0 कर्मवीर सिंह, उ0नि0 प्रवीण बिष्ट, उ0नि0 दीपक चौधरी, का0 चालक लाल सिंह, सुधीर चौधरी शामिल रहे।

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