रुड़की। ( बबलू सैनी ) कलियर विधानसभा सीट से आप पार्टी प्रत्याशी शादाब आलम की मुश्किलंे लगातार बढ़ रही हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आ रही हैं। उन्हें पसीना आने लगा हैं। जो लोग भी उनके आस-पास मंडरा रहे हैं। उन्हें खर्चे की जरूरत हैं और उसी के बल पर यहां दावतों का दौर चल रहा हैं। एक ओर जहां शादाब आलम वोट मांगते हैं, वहीं उनके पीछे चल रहे समर्थक पीछे से गर्दन हिलाकर वोटर को सतर्क कर देते हैं। वहीं अहंकार में डूबे शादाब आलम को सभी लोग अपने नजर आ रहे हैं, लेकिन वह यह नहीं जानते कि जनता आखिर पैराशूट प्रत्याशी पर क्यों विश्वास करें। चुनाव से पहले वह कभी दिखाई नहीं दिये और यह भी लोगों में चर्चा चल रही है कि अगर उन्हें सेवा ही करनी थी, तो अपने क्षेत्र में करते। इसके पीछे उनकी क्या मंशा हैं, यह तो वही जानें। वह इस सीट पर धनबल का सहारा लेकर आखिर कलियर की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं। इसे भी जनता समझ चुकी हैं। लोग यह भी कहते सुने गये कि ‘बव्वा अपनी मां से बोला, अरी मां मैं जिस डाली पर बैठ जाता हूँ वही झुक जाती हैं, मां बोली हां बेटे तेरे तिग ही कह रहे हैं’। यह कहावत भी शादाब आलम पर खरी उतर रही हैं। दिल्ली के विकास का सपना दिखाकर वह जनता का बेवकूफ बना रहे हैं। चुनाव के बाद उनका क्या हाल होगा और वह शूटकेस उठाकर हल्द्वानी की दौड़ लगाते नजर आयेंगे। लोग यह भी कहते सुने गये कि इस सीट पर उनकी जमानत भी जब्त हो जायेगी।