रुड़की।
राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि ज्योतिष विद्या भारतीय संस्कृति से जुड़ा प्राचीनतम विद्या है, इसके माध्यम से ऋषि-मुनियों ने सदियों से भारत की प्राचीन संस्कृति को विश्व भर में पहुंचाया है।
उक्त् विचार राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने पुरानी तहसील स्थित ज्योतिष गुरुकुलम एवं नवग्रह मंदिर की स्थापना के अवसर पर मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रुप में बोलते व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि ज्योतिष एक ऐसी विद्या है जिससे वर्तमान एवं भूत व भविष्य का सही अंदाजा लगाया जा सकता है और यह विद्या केवल भारतवर्ष में ही नहीं बल्कि संसार में सदियों से अपनाई जा रही है। उन्होंने आचार्य पंडित रमेश सेमवाल के प्रयासों से गुरुकुलम की स्थापना किया जाने की सराहना करते हुए कहा कि इससे युवाओं को अच्छे संस्कार मिलेंगे तथा भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए यह गुरुकुलम मील का पत्थर साबित होगा।उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि गुरुकुलम की स्थापना में राज्य सरकार का भी सहयोग प्रदान किया जाएगा। विधायक प्रदीप बत्रा तथा मेयर गौरव गोयल ने अतिथि के रुप में बोलते हुए कहा कि आचार्य पंडित रमेश सेमवाल लंबे समय से ज्योतिष कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहे हैं। उनका दशकों से सपना था कि रुड़की नगर में ज्योतिष को आगे बढ़ाने तथा भारतीय संस्कृति को मजबूत करने के लिए एक गुरुकुलम की स्थापना हो, जिससे कि आज की युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति जागृत हो सके। संत कमल किशोर, डाक्टर एचएस रावत, आचार्य अनिल वत्स तथा डॉक्टर आनंद भारद्वाज ने भी आचार्य पंडित रमेश सेमवाल के प्रयासों की सराहना की एवं इसे रुड़की नगरवासियों के लिए बड़ा ही सौभाग्य बताया। कार्यक्रम संयोजक आचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथिगणों का सम्मान किया।इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्यामवीर सैनी, पंडित रजनीश शास्त्री, महेंद्र काला, चौधरी भंवर सिंह, श्रीगोपाल नारसन, वासुदेव पंत, विकास शर्मा, प्रवीण संधू, शैलेंद्र भट्ट, प्रदीप वधावन, पंकज नंदा, सुलक्षणा सेमवाल, अनामिका शर्मा, पूजा नंदा, शुभम शर्मा, पूनम सिंह, कुंवर नागेश्वर सिंह, शैलेंद्र गौड, सुनीता गोस्वामी, अशोक शर्मा आर्य, रामगोपाल कंसल, ध्रुव गुप्ता एवं राजेंद्र कारवाल आदि बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।