रुड़की। भाकियू (टिकैत) के एक सदस्य के साथ तहसील में स्थित मूल निवास प्रमाण- पत्र बनाने वाली खिड़की पर कार्यरत कर्मी मनोज कुमार द्वारा अभद्रता व मारपीट करने के खिलाफ शुक्रवार को बड़ी संख्या में भाकियू(टिकैत) संगठन के पदाधिकारी तहसीलदार कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये और आरोपी कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गये।
संगठन के एक कार्यकर्ता के साथ तहसील के एक कर्मचारी द्वारा अभद्रता करने पर तहसीलदार कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे भाकियू (टिकैत) के पदाधिकारी, एएसडीएम द्वारा दिया गया कार्रवाई का आश्वासन

बताया गया है कि धर्मेन्द्र निवासी लिब्बरहेड़ी बृहस्पतिवार का तहसील में किसी काम से आया था। जब वह मूल निवास प्रमाण- पत्र बनाने वाली खिड़की पर पहुंचा, तो वहां मनोज कुमार नामक कर्मचारी ने उसके साथ गाली -गलौच व अभद्रता शुरू कर दी। जब उक्त व्यक्ति ने घटना की जानकारी संगठन के अन्य पदाधिकारियों को दी, तो उनमें रोष फैल गया और शुक्रवार की सुबह ही जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री के नेतृत्व में यूनियन के पदाधिकारी तहसीलदार के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये और उक्त कर्मी व तहसील प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद मामला एएसडीएम के दरबार तक पहंुचा, तो उन्होंने किसान यूनियन के पदाधिकारियों से वार्ता की। बाद में एएसडीएम व तहसीलदार धरनारत् किसानों के बीच पहंुचे, जहां उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि 28 अक्टूबर तक वह मामले की जांच कर आरोपी कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लायेंगे, जब तक उक्त कर्मी कार्य से निलंबित रहेगा। इसके बाद किसानों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। धरना देने वालों में विजय शास्त्री, संजय चैधरी, इकबाल चैधरी, रागिब गोहरी, मोह. अरशद, शमीम अहमद, विनोद कुमार, भूरा, जनक चैधरी, पुष्पक चैधरी, अजीम, संजीव चेयरमैन, हरेन्द्र चैधरी, धर्मेन्द्र आदि शामिल रहे।