रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
राजधानी देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल में विपिन रावत की मौत से स्तब्ध कांग्रेसियों ने हत्याकांड के दोषियों की गिरफ्तारी और प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था के विरोध में शनिवार को जब राजभवन पहुंच कर विरोध दर्ज कराना चाहा, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर थाने ले गई। इसकी सूचना पर उत्तराखंड प्रदेश काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन महारा जब थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और पुलिस लाइन में बैठाए रखा। मौके पर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ भी पुलिस ने धक्का मुक्की और अभद्रता की। प्रदेशाध्यक्ष करन महारा को गिरफ्तार किए जाने की सूचना मिलने से रुड़की में काँग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। महानगर काँग्रेस कमेटी के महामंत्री विशाल शर्मा ने कांग्रेसियों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और आम नागरिक स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहा है। अंकिता भंडारी मामले के बाद देहरादून के युवा विपिन रावत की हत्या से प्रदेश सरकार ने आम जनमानस का विश्वास खो दिया है, वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री दिल्ली निकाय चुनावों के प्रचार में व्यस्त हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्रवण गोस्वामी ने इस मामले में सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार बताते दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि देवभूमि में इस प्रकार के मामलों का होना बेहद शर्मनाक है परंतु इसके बाद भी मुख्यमंत्री के कानून व्यवस्था पर ध्यान नही दे रहे हैं। अंबर तालाब में आयोजित सभा में वक्ताओं ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार की निंदा करते हुए विरोधी तेवर दिखाए। इस मौके पर पार्षद चारु चंद्र, पूर्व पार्षदपति सुशील यादव, अनुज गोस्वामी, सुधीर चौधरी, कमलेश कुमार, विजयपाल, गोविंद राणा, संजय मौर्य, सुधीर अंतिवाल, दीपक चौहान, लोकेश कुमार, आलोक शर्मा, संदीप कुमार, सचिन आदि मौजूद रहे।