रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आज पनियाला स्थित ठाकुर यशपाल सिंह शिक्षा संस्थान में वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई, जिन्हें उपस्थित अतिथियों व श्रोताओं ने खूब सराहा। वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पहंुची राज्यसभा सांसद डाॅ. कल्पना सैनी ने कहा कि ग्रामीण अंचल में ठाकुर यशपाल सिंह द्वारा जो शिक्षण संस्थान के रुप में छोटा सा पौधा रोपा गया था, वह आज वृक्ष बनकर क्षेत्रीय बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा हैं। उन्होंने ठाकुर यशपाल सिंह के कार्य को सराहा। इस दौरान अतिथियों ने उनकी प्रतिमा का भी अनावरण किया। डाॅ. कल्पना सैनी ने विद्यालय प्रबन्धन को आश्वस्त किया कि वह इस स्कूल को डिग्री काॅलेज बनाने के लिए प्रयास करेंगी। वहीं पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि ठाकुर यशपाल सिंह ने निर्दलीय तौर पर विधायक व सांसद का चुनाव जीतकर इतिहास रचा। जो उनकी काबिलियत को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि आज ठाकुर यशपाल सिंह द्वारा स्थापित किये गये शिक्षण संस्थान में पढ़कर बच्चे शिक्षित होकर गांव व क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। इस दौरान अतिथियों द्वारा हाईस्कूल व इंटर की छात्र-छात्राओं को भी स्मृति चिन्ह व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। विद्यालय पहंुचने पर अतिथियों का जोरदार स्वागत किया गया। वहीं प्रबन्धक रणबीर सिंह ने राज्यसभा सांसद डाॅ. कल्पना सैनी का आभार जताया और बताया कि वह जल्द ही कक्षा-8 तक की कक्षाओं में सीबीएसई पैटर्न को सुचारू कराने का प्रयास करेंगे ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी इंग्लिश मीडिया पैटर्न मिल सके। वार्षिकोत्सव समारोह में राज्यसभा सांसद डाॅ. कल्पना सैनी, पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व सांसद हरपाल साथी, शोभाराम प्रजापति, पवन तोमर, ठा. पवन सिंह, चै. रविन्द्र पनियाला, देवी सिंह राणा, नेत्रपाल चैधरी, एड. महीपाल सिंह, ठा. अमर सिंह, अनिल राणा, राजकुमार नायक, प्रताप सिंह पुण्डीर, ठा. रणबीर सिंह, राजबीर िसंह, कार्तिक सिंह, परीक्षित प्रताप सिंह, डाॅ. भूपेन्द्र, रणदीप पुण्डीर, योगेश नायक, परसराम, मांगेराम चैधरी, सुशील राठी, प्रतिभा चैहान, हरवीर सिंह, राजपाल सिंह, राव अफजल, ताज मोहम्मद, डाॅ. नरेन्द्र सिंह, प्रदीप चैहान, विजयपाल सिंह, मोहित पुण्डीर आदि बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों के साथ ही ग्रामीण मौजूद रहे।