रुड़की।  ( बबलू सैनी ) आज प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल उत्तराखंड ने पूरे उत्तराखंड प्रदेश एवं रुड़की में चल रहे राज्य कर विभाग (जीएसटी) के द्वारा व्यापारियों के प्रतिष्ठानों के आकस्मिक सर्वे किए जा रहे हैं, जिसका पुरजोर विरोध किया।
इस संदर्भ में आज संयुक्त आयुक्त कार्यपालक अजय कुमार सिंह को प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल उत्तराखंड के पदाधिकारियों के द्वारा ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में व्यापारियों के आकस्मिक सर्वे रोकने हेतु अनुरोध किया गया। साथ ही व्यापारियों के उत्पीड़न को रोकने का आहवान किया गया। उन्होनंे बताया कि अधिकारिक सर्वे से व्यापारी मानसिक दबाव में आ जाता है, जिससे उसका व्यापार प्रभावित होता हैं। जबकि जीएसटी एक्ट जब लागू किया गया था, तब अधिकारियों के द्वारा अनेक सेमिनार में, बैठकों में जानकारी दी गई थी कि व्यापारी का कोई भी सर्वे नहीं होगा। अगर किसी भी विशेष स्थिति में नोटिस दिया जाएगा, उसका जवाब से संतुष्ट ना होने पर ठोस शिकायत मिलने पर, ऐसी किसी विशेष स्थिति में उस विशेष व्यापारी के यहां सर्वे होगा। परंतु इन सब बातों को दरकिनार कर राज्य कर विभाग के अधिकारियों के द्वारा आम व्यापारी के यहां अचानक से ही सर्वे किए जा रहे हैं, जो व्यापारी का मानसिक व व्यापारिक शोषण है। अब तक अनेक व्यापारियों का सर्वे किया जा चुका है, जिसके व्यापारियों में दहशत का माहौल है। जिस इंस्पेक्टर राज को जीएसटी लागू करने के बाद समाप्त करने की बात कही गई थी, उसी इंस्पेक्टर राज को पुनः राज्य कर विभाग द्वारा लागू कर दिया गया, इस कारण आम व्यापारी में रोष उत्पन्न हो गया है। आज बड़ी संख्या में व्यापारियों ने संयुक्त आयुक्त कार्यपालक अजय कुमार सिंह को ज्ञापन देकर उक्त सर्वे को रोकने की अपील की। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि सर्वे तुरंत नहीं रोका गया, तो व्यापारी आन्दोलन को बाध्य होंगे। ज्ञापन देने वालों में अजय गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष, नवीन गुलाटी प्रदेश महामंत्री, नितिन शर्मा प्रदेश संगठन मंत्री, रामगोपाल कंसल संयोजक, अनुज अग्रवाल जिलाध्यक्ष, चौधरी धीर सिंह महानगर अध्यक्ष, कविश मित्तल महानगर महामंत्री, आकाश गोयल, सार्थक छाबड़ा, सुशील गुलाटी, शैलेंद्र गोयल, राजन शर्मा, सरदार प्रभुजोत सिंह, सिंह ग्रोवर, प्लाईवुड, उमेश सिंघल, उमेश गर्ग, सौरभ सिंघल, कंवलजीत सिंह, अमित सोनकर, कृष्ण कुमार आदि व्यापारीगण मौजूद रहे।

By Admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share