रुड़की। ( बबलू सैनी ) ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश महासचिव आदेश सैनी ‘सम्राट’ ने ट्रांसपोर्टरों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के परिवहन व्यवसायियों को रोजाना डीजल-पेट्रोल, गैस, टोल टैक्स की मार झेलनी पड़ रही हैं एवं भ्रष्टाचार की महंगाई बढ़ती जा रही हैं। जिसके कारण ट्रांसपोर्टरों की आजीविका भी प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने बताया कि 2022 के चुनाव से पहले सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही थी, लेकिन अब सभी दावे और वायदे झूठे होते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के परिवहन व्यवसायी केवल यात्रा सीजन एवं पर्यटन पर आधारित हैं, जो पिछले दो सालों से कोरोना की मार झेल रहे हैं, यात्रा सीजन से पहले हमें गाड़ियों की मरम्मत कराने के लिए भी पैसे ब्याज पर लेने पड़ रहे हैं। साथ ही रोजाना डीजल-पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों से भी ट्रांसपोर्टर चिंतित हैं। साथ ही बताया कि एक अप्रैल से परिवहन व्यवसाय होने की कगार पर आ जायेगा। जिसे लेकर सभी ट्रांसपोर्टरों ने सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की। साथ ही मांग भी की कि प्रदेश के ट्रांसपोर्टरों के लिए प्रदेश सरकार जल्द से जल्द उचित कदम उठायें ताकि उनकी आजीविका को प्रभावित होने से रोका जा सके और वह भी अपने परिवार का गुजारा कर सके। बैठक में संजय सैनी, मुकेश शर्मा, अफजाल त्यागी, तरूण सैनी, राव इसरार, मनोज चौधरी, संदीप कुमार, कुलदीप, निशि सैनी, नवीन सैनी, बलराम ठाकुर, मंजीत सिंह, देवेन्द्र तोमर, संदीप अग्रवाल, जावेद अहमद, प्रीतम सिंह, गुलशेर, मुकीम, आमिर आदि ट्रांसपौर्टर मौजूद रहे।