हरिद्वार। ( बबलू सैनी )
दशनामी संन्यासियों के छह अखाड़ों में से एक अखाड़े को आचार्य महामण्डलेश्वर की तलाश है। जिसके लिए कई दिनों से आचार्य पद के लिए बोली लग रही है। बोली में कई भगवाधारी फेल हो गए, किन्तु एक ने अखाड़ा पदाधिकारियों की शर्त को मान लिया है।
सूत्र बताते हैं कि जिस भगवाधारी ने अखाड़े के पदाधिकारियों की शर्त को आचार्य बनने के लिए मान लिया है, वह पहले से ही तीन बीवियों का पति है और उसके कई बच्चे भी हैं। इतना ही नहीं संन्यास लेने के बाद भी उसका बीवी मोह नहीं छूटा है।
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि इस बात का अखाड़े के पदाधिकारियों को भी मालूम है, किन्तु शर्त 4 करोड़ नगद, एक आचार्य पीठ का निर्माण, समष्टि व वयष्टि तथा पुकार आदि का खर्च के आगे वह भी नतमस्तक हो चुके हैं। इतना होने के बाद भी बीबी वाले संत का आचार्य बनना पूरी तरह से पक्का नहीं है। यदि कोई अन्य भगवाधारी उससे ऊंची बोली लगाने वाला मिल जाता है, तो बीबी वाले भगवाधारी का तत्काल पत्ता साफ हो सकता है। फिलहाल बीबी वाले भगवाधारी का ही नम्बर पक्का है।