रुड़की।
शनिवार को नई दिल्ली जोनापुर मंडी तथा गाजीपुर बॉर्डर पर आयोजित धरने पर भारतीय किसान यूनियन (अ) के पदाधिकारियों ने अपने विचार रखें और केंद्र सरकार के विरुद्ध आगामी रणनीति पर चर्चा की।
इस मौके पर अनेक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे और सभी ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि सभी पदाधिकारी महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे और मांग करेंगे कि किसानों और सरकार के बीच वार्ता हो तथा तीनों कृषि कानून के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन को समाप्त कर किसानों को घर लौट आने का निर्णय लिया जाए। सरकार व किसान आपस में विचार-विमर्श कर जल्द से जल्द इसका निस्तारण करने पर निर्णय लेंगे।
अगर सरकार किसानों की बात नहीं मानती, तो 10 जुलाई से सभी किसान गांव-गांव जाकर सरकार के विरुद्ध वोट डालने की अपील करेंगे और उत्तराखंड व यूपी में बीजेपी सरकार को हराने का काम करेंगे। इस मौके पर चौधरी ऋषिपाल अंबावता समेत राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने भी अपने विचार रखे। वहीं उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष विधिक सेवा एडवोकेट फरमान त्यागी तथा उनकी टीम के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। इस मौके पर एडवोकेट फरमान त्यागी प्रदेश अध्यक्ष, जिला महामंत्री मोहम्मद सलमान, जिला सचिव तनवीर अली, डॉक्टर तारीक त्यागी, राजीव त्यागी सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।