दिल्ली।
इंडियन कोस्ट गॉर्ड में देवभूमि उत्तराखंड के लाल को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। मूल रूप से पौड़ी निवासी महानिरीक्षक आनंद प्रकाश बडोला, टीएम कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (पूर्व) के पद पर कमान संभाली है। पूर्ववर्ती महानिरीक्षक एस परमेश, पीटीएम, टीएम, कमांडर तटरक्षक (पश्चिम) की कमान सौंपी गयी है।
महानिरीक्षक आनंद प्रकाश बड़ोला, 1990 में भारतीय तटरक्षक बल में भर्ती हुए और अपने लगभग तीन दशकों के कार्यकाल में उन्होंने भारतीय तटरक्षक के विभिन्न श्रेणी के पोतों की कमान संभाली है। फ्लैग अफसर ने तटीय और अपतटीय क्षेत्रों में विभिन्न क्षमताओं में अपनी सेवाएँ दी है। उनका संचालन, प्रशासन, मानव संसाधन, नीति और योजना क्षेत्रों में प्रभावशाली एवं सरहानीय रिकॉर्ड रहा है।
फ्लैग अफसर नौचालन और निर्देशन (डायरेक्शन) के विशेषज्ञ हैं। यूएस स्टाफ महाविद्यालय न्यू पोर्ट, यूएसए के पूर्व छात्र रहे हैं। महानिरीक्षक आनंद प्रकाश बड़ोला ने रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। महानिदेश्क भारतीय तटरक्षक द्वारा प्रशंसा (दो बार) और कमांडर–इन–चीफ अंडमान और निकोबार द्वारा प्रशस्ति प्राप्त कर चुके हैं। बडोला ने अपने कार्यकाल में विभिन्न स्टाफ नियुक्तियों का पद संभाला है, जिनमें प्रधान निदेशक (प्रशासन) तटरक्षक मुख्यालय, कमान अधिकारी तटरक्षक स्टेशन (दिल्ली), मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) तटरक्षक क्षेत्र (पूर्व) और क्षेत्रीय संचालन और योजना अधिकारी, क्षेत्र (पश्चिम और अंडमान और निकोबार) सम्मिलित है। जहाँ फ्लैग ऑफिसर ने उच्च स्तर की परिचालन प्रभावशीलता और सेवा हेतु प्रशासनिक समेकन को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 17 मई 2017 को फ्लैग रैंक पर पदोन्नत होने पर अफ्सर, मुख्यालय तटरक्षक पूर्वी समुद्री सीमा क्षेत्र और पश्चिम समुद्री सीमा क्षेत्र में स्टाफ प्रमुख के पद पर तथा दिसंबर 2019 से जून 2021 तक कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) के पद पर कार्यरत रहे । 15 अगस्त 2020 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा फ्लैग ऑफिसर को उनकी विशिष्ठ सेवा के लिए तटरक्षक पदक से सम्मानित किया गया। मूल रूप से फ्लैग ऑफिसर पौड़ी जिले के पैथोल गांव के रहे वाले हैं। इनकी धर्मपत्नी का नाम नीलिमा है और इनके दो पुत्र करण और अर्जुन हैं। महानिरीक्षक आनंद प्रकाश बडोला ने एसजीआरआर पीजी कॉलेज और एचएनबी गढ़ावल विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।