रुड़की।
पीरान कलियर शरीफ के 16 वें सज्जादा नशीं के निधन के बाद दस्तारबन्दी कर नए सज्जादा के तौर पर अलीशाह साबरी को नया सज्जादा घोषित किया गया। गंगोह दरगाह कुतुबे आलम के सज्जादा शाह मेहताब आलम ने सूफियों की मौजूदगी में ये घोषणा की। दरगाह के 17वें सज्जादा नशीं बनाए जाने पर साहिबजादा अली शाह साबरी को देश-विदेश के सूफी संतों एवं सज्जादा नशीं ने बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि वह साबरी सिलसिले की तालीमात को आगे बढ़ाने के लिए, अमनों-सलामती तथा देश में भाईचारे के लिए काम करेंगे।
अलीशाह साबरी को नए सज्जादा बनाए जाने पर अलीशाह साबरी को ऑल इंडिया सूफी सज्जादा नशीन एसोसिएशन के महासचिव व जयपुर दरगाह के सज्जादा नशीन प्रोफेसर हबीबुर्रहमान नियाजी, दिल्ली हजरत निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादा नशीन सैयद हाफिज हम्माद निजामी, ख्वाजा सैयद अहमद सानी निजामी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मेयर गौरव गोयल,
पंजाब के पुलिस अपर महानिदेशक मोहम्मद फैयाज फारूकी, विधायक हाजी फुरकान अहमद, काजी निजामुद्दीन, ममता राकेश, मेरठ के सूफी कमर अहमद काजमी उर्फ गुड्डी भाई, दरगाह के सज्जादा नशीं सैयद असलम वामिकी (भूरे मियाँ), सर्वधर्म त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष व अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी, मुरादाबाद दरगाह के सज्जादा नशीन सूफी गुलफाम अहमद साबरी, दरगाह सरवाड़ शरीफ के मुतवल्ली यूसुफ खान, दरगाह ख्वाजा साहिब के डिप्टी नाजिम मो. आदिल, अजमेर शरीफ दरगाह के पूर्व सदस्य हाफिज वकील, इलयास कादरी, सूफी बोर्ड के सचिव व कवि सूफी कशिश वारसी मुरादाबादी, जालंधर पंजाब बोर्ड के पूर्व सदस्य उस्मान कुरैशी सहित अनेक धर्मों के संतो एवं सज्जाद गाने बधाई संदेश भेजे हैं। दस्तारबन्दी के बाद अलीशाह साबरी ने कहा कि वे अपने बुजुर्गों के सिलसिले को आगे बढ़ते हुए अपनी खिदमात और कर्तव्यों का बखूबी पालन करेंगे।