रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
उद्घोष: शिक्षा का नया सवेरा व हरिद्वार यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में आगामी 12 जनवरी को चतुर्थ अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं शिक्षक सम्मान समारोह हरिद्वार यूनिवर्सिटी में आयोजित होगा। “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020- नवाचार और चुनौतियां एवं संभावनाएं” विषय पर आयोजित शैक्षिक सम्मेलन में कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत्त) कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेना मेडल बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. प्रेम चन्द शर्मा, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत (सेवानिवृत्त शिक्षिक मैती आन्दोलन को प्रणेता), पद्मश्री सेठ पाल सिंह (नवोन्मेषी कृषक), प्रो. अवनीश कुमार (पूर्व अध्यक्ष- वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली आयोग व केन्द्रीय हिंदी निदेशालय), डॉ. नन्द किशोर हटवाल (शिक्षाविद, साहित्यकार), विशिष्ट अतिथि रहेंगे तथा समारोह की अध्यक्षता सी.ए. एस.के. गुप्ता (अध्यक्ष: हरिद्वार यूनिवर्सिटी, रुड़की) करेंगे। कार्यक्रम संयोजक संजय वत्स ने बताया कि शिक्षामेव जयते के ध्येय वाक्य को आत्मसात कर स्वैच्छिक शिक्षकों का समूह उदघोष:शिक्षा का नया सवेरा सरकारी शिक्षा व शिक्षकों की तश्वीर बदलने का सफल प्रयास कर रहा है। देशभर के स्वत:स्फूर्त सरकारी शिक्षकगण आपसी सहयोग से सकारात्मक सोच की शक्ति से सरकारी शिक्षा को नई पहचान दिलाने, शिक्षण को बेहतर बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयास कर रहे है तथा कक्षा शिक्षण में आपसी सीखने-सिखाने की स्वयंसेवी और स्वैच्छिक पहल कर रहे है उन्होने बताया कि फिलवक्त हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, बिहार, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, नई दिल्ली, कर्नाटक, झारखंड आदि में समन्वयक नवाचारी क्रियाकलापों को क्रियान्वित कर अन्य साथियों से साझा कर रहे हैं। कुटुंब एप्प के जरिये भी सकारात्मक ऊर्जा से सरकारी शिक्षकों के इस समूह ने तेजी से सरकारी स्कूलों व शिक्षको के स्वरूप बदलने में सफलता अर्जित की है। उन्होने बताया कि डॉ. यादवेन्द्र नाथ मैमोरियल ट्रस्ट के प्रकल्प उदघोष:शिक्षा का नया सवेरा के बैनर तले नवाचारी शिक्षक सृजनात्मक प्रयासों से एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे हैं। अभियान से जुड़े शिक्षक अपनी धुन में अपने स्कूलों को बदलने में लगे हैं। धीरे-धीरे यह कारवां बढ़ता जा रहा है। सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों व संसाधनों की कमी के बीच सरकारी शिक्षा व शिक्षण की नींव को मजबूत करने के लिए शुरू की गयी। इस मुहिम के सुखद परिणाम भी आने शुरू हो गये हैं। कार्यक्रम में देशभर से नवाचारी शिक्षक प्रतिभाग करेंगे।