रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
आज हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने ढंडेरा में हुई एटीएम लूट का खुलासा करते हुए मुख्य सरगना सहित दो अभियुक्तों को दबोचने की बात कही है।
शनिवार को कोतवाली रुड़की में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि कोतवाली रुड़की पुलिस ने कड़ी मेहनत और सघन सुरागरशि के आधार पर घटना का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि अज्ञात बदमाशों द्वारा 15 दिसम्बर की रात्रि में स्कॉर्पियो कार में सवार होकर ढंडेरा के एसबीआई एटीएम को कटर मशीन से काटकर उखाड लिया था और लाखों की नगदी के साथ रफूचक्कर हो गये थे। घटना कि जानकारी सुबह 16 दिसम्बर को लगी, जब लोगों ने एटीएम मशीन को गेसकटर से कटा हुआ पाया। इस पर पुलिस टीम ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया और उनके निर्देशन में चार टीमें अलग-अलग दिशाओं में भेजी गई। उक्त टीमें लगातार उनकी मोनिटरिंग ओर मोटिवेशन में आरोपियों के ठिकाने खंगाल रही थी। टीम द्वारा करीब 300 किमी के अंतराल में लगे 800 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज संकलित की गई ओर करीब 14 दिन के अंतराल की मेहनत के बाद आरोपियों की लोकेशन हरियाणा के नूह में पाई। जिनमें करीब 5 लोगों के प्रकाश में आये अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु टीम ने स्थानिय वेशभूषा व गाड़ियों का इस्तेमाल करते हुए अभियुक्त सलमान पुत्र जाकिर हसन निवासी ग्राम कलियाकी थाना तावडू जिला नूह हरियाणा की पड़ताल की गई तो, मालूम हुआ कि उक्त अभियुक्त अपने गिरोह के साथ मिलकर अलग अलग राज्यो में एटीएम लूट की घटना को अंजाम देता था। टीम ने सलमान की गिरफ्तारी हेतु जाल बिछाया ओर घटना को अंजाम देने की फिराक में जाते समय तावडू कस्बे से ही उठा लिया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथी रफीक उर्फ बच्ची, सहूद, खालिद, शौकत के घटना में शामिल होने की बात कही। पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि उक्त कार उन्होंने घटना में तय पैसे के आधार पर ली थी, जिसके स्वामी साबिर को गोपालगढ़ राजस्थान से दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीमें अन्य अभियुक्त गणो की गिरफ्तारी हेतु भी लगातार दबिश दे रही है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उक्त अभियुक्त टोल नाको से न जाकर कस्बे के लिंक मार्गो का प्रयोग करते थे ओर घटना के दौरान मोबाइल का प्रयोग नही करते थे। आरोपीगण घटना के अंजाम से पहले अलग अलग नंबर प्लेट लगे वाहनों से स्थल की रेकी करते थे। उक्त अभियुक्त गणों की तलाश दिल्ली व अन्य राज्यों की पुलिस को भी थी। यह भी सामने आया कि उक्त अभियुक्तों के खिलाफ हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड आदि राज्यों में मुकदमे दर्ज है। गिरफ्तार अभियुक्तों में सलमान पुत्र जाकिर हसन (32) निवासी ग्राम कलियाकी, थाना तावडू, नूंह हरियाणा, साबिर पुत्र रुदार निवासी ग्राम भोजपुर थाना गोपालगढ़ जिला डींग राजस्थान शामिल है। आरोपियों के कब्जे से स्कॉर्पियो कार के अलावा एटीम से लूटी गई नगदी 51300, दो आई फोन कीमत 70,000 व 52,000, 315 बोर का तंमचा, गेस कटर मय सिलेंडर बरामद किया। घटना के खुलासे पर एसएसपी ने पुलिस टीम को पांच हजार व डीआईजी की ओर से दस हजार के ईनाम देने की घोषणा की गई है। जबकि फरार अभियुक्तों में रफीक उर्फ बच्ची, निवासी ग्राम रीहाड़ी थाना तावडू, जिला नूंह, हरियाणा, शौकत पुत्र लूला ग्राम शिकारपुर थाना तावडू उपरोक्त, सहूद व खालिद निवासीगण बावला थाना तावडू उपरोक्त शामिल है। टीम में प्रभारी निरीक्षक रामकिशोर सकलानी, एसएसआई अभिनव शर्मा, एसआई नितिन बिष्ट, शशि भूषण जोशी, हेड कांस्टेबल मनमोहन, नूर मलिक, गुलशन व एसओजी प्रभारी दीलवर नेगी, हैड कांस्टेबल अशोक, कॉन्स्टेबल नितिन, कपिल, रविन्द्र खत्री, राहुल शामिल रहे।