रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) रामनगर में श्री सनातन धर्म सभा की ओर से आयोजित 60वें रामलीला मंचन का उद्घाटन अतिथियों ने श्रीगणेश पूजन एवं फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्हांेने श्रीराम को अपना आदर्श मानकर जीवन जीने का संकल्प लेने की बात कही।
रामनगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि भगवान श्रीराम की लीला मात्र देखन और सुनने से ही मनुष्य के सारे पाप कट जाते हैं। यह मनुष्य जीवन हमें बहुत मुश्किल से मिला हैं। इसलिए हमें इस भागदौड़ भरी जिंदगी में से थोड़ा समय निकालकर भगवान की भक्ति में लगना चाहिए। पूर्व राज्यमंत्री एवं भाजपा नेता मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि हमें श्रीराम को अपना आदर्श मानकर अपना जीवन जीना चाहिए और सदैव माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रामलीला के कई पात्र हमें अलग-अलग पे्ररणा देते हैं। रामलीला का उद्देश्य तभी पूरा होता हैं, जब हम उसे आत्मसात करें। बाद में सभी अतिथियों एवं पदाधिकारियांे व सदस्यों द्वारा श्रीराम वृदावंन से पधारे मंडल श्रीराम-कृष्ण अनुकरण संस्थान के अध्यक्ष स्वामी श्रीहरे कृष्ण शर्मा रासाचार्य के सुपुत्र रामकृष्ण भारद्वाज का पटका एवं फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया। जिसके बाद श्रीरामलीला का शुभारंभ हुआ। लीला के माध्यम से भगवान शंकर-माता पार्वती के दर्शन कराये गये कि भगवान श्रीराम जन्म लेने का क्या कारण रहा, तो नारद मोह दूर किया और मनु सतुरुपा का भी मनोरथ पूर्ण कर भगवान राम का जन्म हुआ। रावण का तपस्या कर लंका राजा बन समस्त देवताओं पर विजय प्राप्त की। ये लीला के माध्यम से दर्शन कराया गया। मंच का संचालन भजापा नेता संजय अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर कमेटी के प्रधान जगदीश लाल मेंहदीरत्ता, गुलशन अनेजा, रविन्द्र चैधरी, पंकज नंदा, पूजा नंदा, शोभाराम प्रजापति, प्रेम प्रकाश, उदयभान, राजेश मदान, खेमराज कालरा, दीपक शर्मा, प्रीतम कालरा, योगेश मेंहदीरत्ता, मनी चड्ढा, भारत कपूर, ममतेश शर्मा, रजनीश शर्मा, संजीव शर्मा, वासुदेव पंत, किशोर लाल, पंडित राजकुमार शर्मा, अशोक भूटानी, रवि सिंघल, राजीव भारद्वाज, कुलवीर सिंह पुण्डीर, अजय कौशिक, शेलेन्द्र पंत, विकास धीमान, ऋतिक, जितेन्द्र, अशोक गंभीर, धर्मवीर पिंकी, कपिल दुआ, किशोर गुलाटी, संतोष अरोडा, भीमसेन मेहंदीरत्ता, राजेन्द्र पाहूजा, भूपेश मेंहदीरत्ता, सतीश सैनी, हैप्पी, रोहित चोपड़ा, सुधीर शर्मा, करण शर्मा, लीलाधर मेंहदीरत्ता, कुलवीर सिंह, धर्मवीर कथूरिया, नरेश अरोड़ा, जोली शर्मा, जगदीश पाहूजा, अरूण अरोड़ा, दीपक गुलाटी, योगेश अरोड़ा, भूपेन्द्र सखूजा, सुरेन्द्र मेंहदीरत्ता, बाॅबी राणा, अशोक गोटी, ठाकुरदास मेंहदीरत्ता, ललित शर्मा, कृष्ण माटा, संजीव मेंहदीरत्ता, नीरज माटा, नीतिश ग्रोवर, चंद्रकांत, सुदेश शर्मा, गुलशन, सत्यम कालरा आदि बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।