रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
सरस्वती शिशु मंदिर रुड़की में जिला संघ चालक प्रवीण की अध्यक्षता में आपातकाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विषय पर कार्यक्रम हुआ। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में किसलए क्रांतिकारी प्रांतीय प्रचार प्रमुख ने बोलते हुए कहा 25 जून 1975 को राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा आपातकाल की घोषणा की गई थी। भारतीय संविधान में आपातकाल का प्रावधान है, युद्ध के समय यह लगाया भी गया है, किंतु प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा अपना पद और सत्ता बचाने के लिए आपातकाल लगाना अपने पद का दुरुपयोग था। जिसमें पूरे विपक्ष को कारागार में डालना, विपक्ष की अनुपस्थिति में मनमानी संविधान संशोधन करना, न्यायपालिका को जेब में डालना, संचार माध्यमों की स्वतंत्रता को कुचलना जैसे कृत्य सीधे लोकतंत्र की हत्या थी। ऐसा जघन्य अपराध करने वाली कांग्रेस पार्टी आज संविधान बचाओ का नारा दे रही है। उन्होंने कहा कि इस अत्याचार का विरोध करने के लिए लोक संघर्ष समिति बनाई गई, जिसके 1,30,000 सत्याग्रही जेल में गए, जिनमें से 1,00,000 संघ वर्ग के थे। मिशा के अंतर्गत जेल जाने वाले 30,000 सत्याग्रह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 25,000 सत्याग्रही थे। 100 से अधिक स्वयंसेवक जेल के अंदर तथा बाहर बलिदान हुए स्वयंसेवकों पर घोर अत्याचार किए गए, नाखून तक खींच लिए गए, नग्न अवस्था में घुमाया गया। किंतु स्वयंसेवक यह सब सहते हुए लोकतंत्र बचाने के लिए 22 महीने संघर्ष करते रहे। उन्होंने रुड़की शहर से आपातकाल में हिस्सा लेने वाले कृष्ण गोपाल शर्मा, सोमांश प्रकाश गुप्ता, रूप किशोर महेश्वरी, ब्रज भूषण शर्मा को याद किया, उनके परिवार के सदस्यों अनुज शर्मा, मयंक गुप्ता, डॉ. शशि मोहन गुप्ता, अनुसूया महेश्वरी, अशोक शर्मा द्वारा आपातकाल तथा परिवार पर पड़े प्रभाव का संस्मरण कराया। लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को हराकर लोकतंत्र का आईना दिखाया। अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सत्ता को हथियाने की जिस प्रकार की कोशिश आपातकाल लगाकर की गई थी, कांग्रेस द्वारा आज भी समाज में दुष्प्रचार, छल, कपट, प्रपंच रचकर, देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देकर, विदेशी धरती पर भारत का अपमान कर सत्ता हथियाना चाहती है। किंतु देश की जनता का विश्वास राष्ट्रवाद और लोकतंत्र में है। उन्होंने समाज के सज्जन शक्ति को एकत्र कर राष्ट्र निर्माण में लगाने, सामाजिक समरसता बढ़ाने एवं समाज सेवा तथा जन जागरण चलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर विवेक कंबोज, सहदेव सिंह पुंडीर, संजय धीमान, संदीप चौधरी, हरि ओम, वालेस, अजय, कमल, अनिल, रमेश, अशोक शर्मा डॉक्टर तेजपाल सिंह मौजूद रहे।