रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
दलित युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद रुड़की में बवाल हो गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को कोतवाली लेकर जाने से रोकने पर ग्रामीण भड़क गए और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की कर दी। यहां तक की रुड़की सीओ पल्लवी त्यागी से भी हाथापाई की गई किसी तरह पुलिस ने ग्रामीणों को उनके गांव की तरफ मोड़ दिया। लेकिन रास्ते में ग्रामीण भड़क गए और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। जिससे मंगलौर कोतवाली प्रभारी मनोज मेनवाल समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बवाल की सूचना पर एसएसपी अजय सिंह व डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल समेत आला अधिकारी के साथ तुरंत रुड़की क्षेत्र पहुंचे। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए पूरे जिले का पोस्ट रुड़की बुला लिया गया। पुलिस के मुताबिक बेलड़ा गांव निवासी एक दलित युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसे लेकर भीम आर्मी व बसपा संगठन ने परिजनों के साथ कोतवाली का घेराव किया था ओर हत्या की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। उधर युवक का रुड़की सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्र होकर रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली के बाहर रखकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। जिस पर सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम रुड़की नगर निगम के आसपास मुस्तैद हो गई। ग्रामीणों ने शव लेकर कोतवाली की तरफ जाने का प्रयास किया। पुलिस के रोकने पर उन्होंने हाथापाई करते हुए हंगामा कर दिया। ऐसा बताया गया है कि सीओ के साथ भी हाथापाई हुई है। जिस पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और रास्ते में जाम लगाने की आशंका पर पुलिस बल को हाईवे पर जगह-जगह तैनात कर दिया। रुड़की से गांव जाने के दौरान ग्रामीणों ने गुस्से में पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे हंगामा बढ़कर बवाल में तब्दील हो गया। सूचना पर एसएसपी अजय सिंह फौरन एसपी क्राइम रेखा यादव सहित आला अधिकारियों के साथ रुड़की निकल गए और मौके पर पहुंचकर ला एंड आर्डर की कमान संभाली। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलेभर से थाना/ कोतवाली की पुलिस को बेलड़ा गांव बुलाया गया है। एसएसपी ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इसके बाद ग्रामीण बेलड़ा गांव में पहुँचे, तो पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि में गांव में पहुंची और सभी से शांति की अपील की गई। तभी भीड़ में कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, तो वहीं गांव के एक व्यक्ति के घर मे भी उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। हालात गंभीर देखते हुए मौके पर डीएम व एसएसपी भी पहुंचे और धारा 144 लागू कर दी गयी। वही भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। तो वही भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया। इस दौरान कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी गंभीर घायल हो गये। वही एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाये रखने की ग्रामीणों से अपील की थी, लेकिन कुछ अराजकता फैलाने वाले लोगों ने पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया। तो वही एक ग्रामीण के घर में भी हमला किया गया। फिलहाल करीब 200-250 लोगों को हिरासत में लिया गया है, बाकी जांच कर मामले से जुड़े आरोपियों को शीघ्र हिरासत में लिया जायेगा। फिलहाल शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए गांव में आवश्यक पुलिस बल तैनात किया गया है।